AI ने बताया बिहार चुनाव में किसका पलड़ा रह सकता है भारी, तेजस्वी होंगे सीएम या नीतीश की होगी फिर वापसी?
बिहार में AI ने दिया अपना एग्जिट पोल
Bihar Election 2025 AI CM Face: बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों में केवल अब दो ही दिन बाकी है, यानि 14 नवंबर को मतगणना होनी है. चुनाव में 68 फीसद मतदान के बाद सभी लोग इनके नतीजों का इंतजार कर रहे हैं. वहीं नतीजों के पहले कई एजेंसियों के एग्जिट पोल कल दूसरे चरण के मतदान के बाद आ चुके हैं. सभी एग्जिट पोल बिहार में एनडीए को पूर्ण बहुमत दे रहे हैं, तो महागठबंधन को सत्ता से दूर दिखा रहे हैं. ऐसे में AI भी बिहार चुनाव के एग्जिट पोल बता रहा है. लोग AI प्लेटफॉर्म Grok, Perplexity और ChatGPT से चुनावी नतीजों को जानने के लिए AI के एग्जिट पोल देख रहे हैं. आप भी जानिए बिहार चुनाव पर क्या कहता है AI.. नीतीश की होगी वापसी या तेजस्वी बन रहे राज्य के नए सीएम?
Grok ने दिखाई नीतीश सरकार की वापसी
Grok के अनुसार, एनडीए को 130 से 160 सीटों तक मिलने की संभावना है, जबकि महागठबंधन 85 से 100 सीटों के बीच सीमित रह सकता है. Grok का मानना है कि महिलाओं ने इस बार चुनाव की दिशा तय की है, क्योंकि महिला मतदान दर 71.6% रही, जो पुरुषों से लगभग 9% ज़्यादा है. माना जा रहा है कि “मुख्यमंत्री नारी शक्ति योजना” जैसी योजनाओं ने महिला मतदाताओं को एनडीए के पक्ष में आकर्षित किया है. इसके अलावा ओबीसी और एससी वर्ग के मतदाता भी बड़ी संख्या में एनडीए के समर्थन में दिखे हैं, जबकि युवा वर्ग, जो पहले तेजस्वी के साथ माना जा रहा था, इस बार “विकास बनाम जाति” की सोच के साथ सरकार की योजनाओं से प्रभावित हुआ है.
Perplexity के एग्जिट पोल में एनडीए को बढ़त
Perplexity की रिपोर्ट भी इसी दिशा में है. इसके मुताबिक, एनडीए को 140 से 167 सीटें और महागठबंधन को 70 से 102 सीटें मिलने की संभावना है. रिपोर्ट में कहा गया है कि नीतीश कुमार की योजनाओं जैसे- साइकिल योजना, महिला समूह ऋण योजना, नकद सहायता और मुफ्त बिजली ने महिलाओं के बीच भरोसा मजबूत किया है. जिन इलाकों में महिलाओं ने पुरुषों से अधिक मतदान किया, वहां एनडीए को लगभग 60% सीटों पर बढ़त मिलने के आसार हैं. वहीं, तेजस्वी यादव की “2500 रुपये प्रति माह” योजना को मतदाताओं ने उतना भरोसेमंद नहीं माना, जबकि नीतीश सरकार की योजनाओं को तुरंत लाभ देने वाली माना गया. Perplexity ने यह भी जोड़ा कि प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी है और उसे केवल 0 से 5 सीटें ही मिल सकती हैं.
ChatGPT ने एनडीए को दी 147 सीटें और महागठबंधन को 90 सीटें
ChatGPT के विश्लेषण के अनुसार, इस बार बिहार की जनता ने “स्थिरता बनाम अस्थिरता” को ध्यान में रखकर मतदान किया है. इसके मुताबिक, एनडीए को लगभग 147 सीटें और महागठबंधन को करीब 90 सीटें मिलने का अनुमान है. रिपोर्ट बताती है कि पिछले कुछ वर्षों में बिजली, सड़क, पानी और कानून-व्यवस्था के क्षेत्र में सुधारों ने ग्रामीण मतदाताओं के बीच सरकार के प्रति विश्वास बढ़ाया है. महिलाओं की अभूतपूर्व भागीदारी ने सत्ता-विरोधी लहर को कमजोर कर दिया है.
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तीनों AI प्लेटफॉर्म के विश्लेषणों का औसत निष्कर्ष यही बताता है कि एनडीए 140 से 160 सीटों के बीच रह सकता है, जबकि महागठबंधन को 80 से 100 सीटें और जनसुराज सहित अन्य दलों को 5 से 8 सीटें मिल सकती हैं. AI प्लेटफॉर्म बिहार में महिलाओं को अहम भूमिका में बता रहा है, तो वहीं नीतीश कुमार की स्थिर नेता के रूप में छवि को ध्यान में रखते हुए एनडीए को बढ़त दिखा रहा है.