Punjab में पुलिस और किसानों के बीच भिड़ंत, 7 घायल, एक्सप्रेस-वे के लिए जमीन छीनने का लगाया आरोप

Punjab: गुरदासपुर में किसानों और पुलिस के बीच जमकर हाथापाई हुई है. इसके साथ ही किसानों ने आरोप लगाया है कि पुलिस एक्सप्रेस-वे के लिए उनकी जमीन पर जबरदस्ती अधिग्रहण कर रहे हैं. सुबह-सुबह गुरदासपुर में हुई इस घटना में सात लोग घायल हुए हैं.
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Punjab: मंगलवार, 11 मार्च की सुबह पंजाब के गुरदासपुर में बड़ा बवाल हुआ है. गुरदासपुर में किसानों और पुलिस के बीच जमकर हाथापाई हुई है. इसके साथ ही किसानों ने आरोप लगाया है कि पुलिस एक्सप्रेस-वे के लिए उनकी जमीन पर जबरदस्ती अधिग्रहण कर रहे हैं. सुबह-सुबह गुरदासपुर में हुई इस घटना में सात लोग घायल हुए हैं.

पुलिस पर किसानों ने लगाए आरोप

गुरदासपुर में हुई इस भिड़ंत के बाद किसानों ने पुलिस पर जमकर गुस्सा निकाला. उन्होंने आरोप लगाया है कि एक्सप्रेस-वे के नाम पर उनकी जमीनों का अधिग्रहण किया जा रहा है. जमीन के बदले उन्हें उसका सही मुआवजा तक नहीं दिया जा रहा है. किसानों का कहना है कि पहले से नोटिस भी नहीं दिया गया है.

किसानों ने यह भी कहा कि दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस हाईवे के लिए भूमि अधिग्रहण को लेकर काफी विवाद चल रहा है. प्रशासन ने बिना किसी पूर्व सूचना के उनकी जमीन छीनने की कोशिश की और अनुचित मुआवजा देने की पेशकश की. किसानों ने कहा है कि प्रशासन के खिलाफ उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा. आज के इस झड़प में 7 किसान घायल हो गए हैं.

5 मार्च को भी हुई थी झड़प

बता दें कि 5 मार्च को चंडीगढ़ में भी धरने को लेकर किसानों और पुलिस के बीच झड़प हुई थी. उस दिन भी किसान संगठनों ने भगवंत मान की सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया था. किसानों ने नाराजगी भी जताई थी. किसानों का कहना था कि 5 मार्च से एक हफ्ते तक धरना प्रस्तावित था. पूरे पंजाब से किसानों को चंडीगढ़ पहुंचना था, उससे पहले पुलिस ने किसान नेताओं को हिरासत में लेना शुरू कर दिया. किसानों के जत्थों को रास्ते में रोक दिया गया. जिसके बाद पंजाब के कई जगहों पर किसान सड़क पर ही धरने पर बैठ गए. पंजाब सरकार ने किसानों को आंदोलन की अनुमति नहीं दी थी.

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ये किसान ऋण निपटान के लिए एक कानून बनाने, हर खेत तक नहर का पानी सुनिश्चित करने, गन्ना बकाया का भुगतान करने और भारतमाला परियोजनाओं के लिए भूमि के कथित जबरन अधिग्रहण को रोकने की भी मांग कर रहे थे.

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