धनतेरस पर लोगों ने की 1 लाख करोड़ की खरीदारी, सोने-चांदी पर खर्च किए 60,000 हजार करोड़

धनतेरस के मौके ज्यादातर लोग सोना, चांदी, बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक गुड्स, देवी लक्ष्मी-गणेश भगवान की मूर्तियां, मिट्टी के दीये एवं अन्य पूजा सामग्री खरीदते हैं. वहीं धनतेरस के दिन झाडू भी खूब खरीदी जाती है.
Diwali shopping

सांकेतिक तस्‍वीर

Dhanteras Business Report: धनतेरस के मौके पर इस साल लोगों ने खूब खरीदारी की है. धनतेरस का त्योहार भारतीयों के लिए बहुत खास है और इस दिन खरीदारी को शुभ माना जाता है. ऐसे में लोगों ने खुलकर खरीदारी की है. कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के शुरुआती अनुमान के मुताबिक, इस धनतेरस पर देशभर में लोगों ने करीब 1 लाख करोड़ रुपये की खरीदारी की है. इसमें सोना-चांदी से लेकर झाड़ू और रोजमर्रा की चीजें भी शामिल हैं. बात करें अकेले सोने और चांदी की तो, देशभर में धनतेरस के मौके पर करीब 60,000 करोड़ रुपये से अधिक की साेने-चांदी की बिक्री हुई है.

1 लाख करोड़ में खरीदा ये समान

धनतेरस के मौके ज्यादातर लोग सोना, चांदी, बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक गुड्स, देवी लक्ष्मी-गणेश भगवान की मूर्तियां, मिट्टी के दीये एवं अन्य पूजा सामग्री खरीदते हैं. वहीं धनतेरस के दिन झाडू भी खूब खरीदी जाती है. CAIT के सेक्रेट्री जनरल प्रवीण खंडेलवाल बताते है कि धनतेरस पर देशभर में सोने, चांदी और अन्य शुभ वस्तुओं सहित कुल कारोबार 1 लाख करोड़ रुपये को पार करने का अनुमान है. धनतेरस पर खरीदारी को सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है  इसलिए लोग अपनी बजट के हिसाब से चीजों की खरीदारी करते हैं. कई खरीदार मोबाइल फोन, लैपटॉप और टैबलेट जैसे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स भी खरीदते हैं.

1 दिन में बिका 60,000 करोड़ का सोना-चांदी

ANI से बात करते हुए CAIT ने बताया, “पिछले दो दिनों में सर्राफा बाजार में गजब की भीड़ देखी गई. शुरुआती अनुमानों के मुताबिक, अकेले सोने और चांदी का कारोबार 60,000 करोड़ रुपये से अधिक का रहा, जबकि दिल्ली के सर्राफा बाजारों में 10,000 करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री दर्ज की गई, जो पिछले साल के मुकाबले 25 गुना ज्यादा है.

CAIT ने बताया कि इस साल सोने-चांदी के अलावा दूसरी कैटेगरी के सामानों की भी बिक्री अच्छी रही है. जिनमें किचनवेयर पर 15,000 करोड़ रुपये, इलेक्ट्रॉनिक्स पर 10,000 करोड़ रुपये, डेकोरेटिव आइटम्स, दीये और पूजा सामग्री पर 3,000 करोड़ रुपये और सूखे मेवे, मिठाइयां, फल, कपड़ा, वाहन और अन्य चीजों पर 12,000 करोड़ रुपये खर्च किए गए है.

सोने-चांदी में निवेश फायदेमंद

बीते सालों में देश में सोने की कीमतों में बड़ा इजाफा देखने को मिला है. सोना पिछले साल लगभग 80,000 रुपये प्रति 10 ग्राम था. वहीं अब ये लगभग 60 प्रतिशत की बढ़त से साथ इस साल 1,30,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है और बढ़ता ही चला जा रहा है. वहीं बात करें चांदी की तो, साल 2024 में चांदी करीब 98,000 रुपये प्रति किलो थी जो अब इस साल बढ़कर 1,80,000 रुपये प्रति किलो पहुंच गई है. चांदी में बीते साल के मुकाबले 55 प्रतिशत की बढ़त हुई है. हालांकि, सोने-चांदी के दामों में बढ़त के बावजूद बिक्री पर कोई खास फर्क नहीं दिखा है. निवेश के लिए इस समय सोना और चांदी एक अच्‍छा विकल्‍प है.

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क्यों हुई खरीदारी में बढ़त?

CAIT ने बताया, इस साल इतने बड़े पैमाने पर हुई खरीदारी का श्रेय GST में सुधार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को जाता है. इससे लोकल लेवल पर तैयार किए गए उत्पादों को बढ़ावा मिला, जिससे छोटे कारोबारियों व कारीगरों को लाभ हुआ. CAIT ने यह भी बताया कि इस दिन लोगों ने पारंपरिक बाजारों के साथ ऑनलाइन मोड पर भी खूब शॉपिंग की.

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