पुतिन के भारत दौरे पर होगी बड़ी डील! पाक-चीन की उड़ी नींद
व्लादिमीर पुतिन और पीएम मोदी
India Russia Defence Deal: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4 सालों के बाद भारत के दौरे पर आ रहे हैं, जिसको लेकर गहमा-गहमी देखने को मिल रही है. 4-5 दिसंबर को भारत-रूस सालाना समिट होने वाला है. इस दौरान पीएम मोदी और पुतिन की मुलाकात होने वाली है, जिस पर दुनियाभर की नजरें टिकी हैं. भारत-रूस के संबंध काफी घनिष्ठ रहे हैं और तमाम वैश्विक चुनौतियों व विभिन्न परिस्थितियों में भी रूस और भारत के रिश्तों में मजबूती बनी रही है.
इसकी बानगी हाल के महीनों में भी देखने को मिली थी. रूस से तेल खरीदने का हवाला देते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर टैरिफ बढ़ाकर 50% कर दिया. बावजूद इसके, दोनों देशों के रिश्तों में कोई फर्क नहीं आया. अब अमेरिका से तनातनी के बीच पुतिन दिल्ली आ रहे हैं और इस दौरे पर भारत-रूस के बीच भारी-भरकम डिफेंस डील पर मुहर लग सकती है.
रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद से भारत ने रूस से तेल खरीद बढ़ा दी, जिसको लेकर अमेरिका और यूरोपीय संघ लगातार भारत पर दबाव बनाते रहे हैं. लेकिन, भारत इन दबावों के आगे कभी नहीं झुका. वहीं ट्रंप ने रूस से तेल खरीदने पर आपत्ति जताई और इसके बाद टैरिफ बढ़ाकर 50 फीसदी कर दिया. लेकिन, इससे ज्यादा फर्क पड़ा नहीं. SCO समिट में पीएम मोदी और पुतिन की जुगलबंदी दुनिया ने देखी. अब पुतिन भारत आ रहे हैं तो ऐसे में डिफेंस डील पर सभी की नजरें जमी हुई हैं. भारत-रूस के बीच इस डील से पाकिस्तान और चीन की टेंशन भी बढ़ेगी.
S-400 यानी ‘सुदर्शन चक्र’
रूस भारत का सबसे बड़ा हथियार सप्लायर रहा है. फ्रांस-अमेरिका और इजरायल से डील के बावजूद भारत ने रूस पर अधिक भरोसा जताया है और यही वजह है कि आज भी रूस भारत का सबसे बड़ा हथियार सप्लायर है. रूस ने भारत को S-400 एयर डिफेंस सिस्टम दिए थे, जिसने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को धुआं-धुआं कर दिया. S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की पुरानी डील के तहत 2018 में 5 स्क्वाड्रन देने पर सहमति बनी थी, जिसमें से अब तक 3 स्क्वाड्रन मिले हैं और बाकी 2 के 2026 के मध्य में आने की उम्मीद है.
दरअसल, यूक्रेन के साथ युद्ध के कारण रूस दो स्क्वाड्रन नहीं भेज पाया है. रूस ने भारत को 2-3 और रेजिमेंट देने की पेशकश की भी की है. साथ ही नई डील होने पर डिलिवरी में देरी न होने का भरोसा भी दे रहा है.
ये भी पढ़ें: आसिम मुनीर का टूट जाएगा सपना? बनना था CDF, शहबाज शरीफ ने नहीं जारी किया नोटिफिकेशन, चल दिए विदेश
दोनों देशों के बीच चल रहे कई बड़े प्रोजेक्ट्स
रूस-भारत के बीच चल रहे बड़े प्रोजेक्ट्स में Su-30 MKI लड़ाकू विमान, मिग-29 अपग्रेड, ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल, टी-90 टैंक, AK-203 असॉल्ट राइफल, कामोव Ka-226 हेलिकॉप्टर प्रमुख हैं. इसके अलावा, ऊर्जा, न्यूक्लियर पॉवर और स्पेस के क्षेत्र में भी दोनों देशों के बीच नई और महत्वपूर्ण डील हो सकती है.
क्या Su-57 पर बनेगी बात?
इसके अलावा, पुतिन के भारत दौरे पर सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों के साथ-साथ पांचवीं पीढ़ी के Su-57 लड़ाकू विमान की डील पर भी बात आगे बढ़ने की संभावना है. रूस इस लड़ाकू विमान की खरीद को लेकर भारत के समक्ष कई बार पेशकश कर चुका है. देखना है पुतिन के दिल्ली दौरे पर इस डील को लेकर भारत क्या रूख अपनाता है.