दुनिया के नक्शे पर जो देश नहीं, खुद को उनका ‘राजदूत’ बताता था हर्षवर्धन, पीएम मोदी के साथ लगा रखी थी फेक फोटो
गाजियाबाद फेक एंबेसी
Fake Embassy in Ghaziabad: यूपी एसटीएफ (UP STF) की नोएडा यूनिट ने ऐसा खुलासा किया है जिसने खुफिया एजेंसियों को भी हैरान करके रख दिया है. यूपी एसटीएफ के हाथ गाजिबायाद से हर्षवर्धन जैन नामक एक ऐसा शख्स लगा है जो कविनगर इलाके के एक आलीशान बंगले में फर्जी दूतावास चला रहा था.
फर्जी दूतावास के भंडाफोड़ के बाद इस बात का भी खुलासा हुआ है कि इस नेटवर्क के जरिए हवाला और विदेशी करेंसी की गैरकानूनी गतिविधियां भी धड़ल्ले से चल रही थीं.
पीएम मोदी के साथ लगाई थी अपनी मॉर्फ्ड फोटो
गाजियाबाद के कविनगर इलाके में किराये की कोठी में हर्षवर्धन का काला धंधा फल-फूल रहा था. यहां लगे विदेशी झंडे, डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट वाली लग्जरी गाड़ियां और एडिटेड फोटोज देखकर आम आदमी आसानी से इनके झांसे में आ जाए. हर्षवर्धन ने पीएम मोदी, पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के अलावा कई विदेशी नेताओं के साथ अपनी मॉर्फ्ड तस्वीरें भी लगा रखी थीं. इसके जरिए वह खुद को ‘वीआईपी’ बताता था.
दुनिया के नक्शे पर ऐसे देश ही नहीं
हर्षवर्धन Saborga, Poulvia, West Arctica और Lodonia के नाम पर फर्जी दूतावास चला रहा था. दुनिया के नक्शे पर अगर आप ढूंढेंगे तो ऐसा कोई देश ही नहीं मिलेगा. सर्च में कोई गांव का नाम निकला तो कोई एनजीओ…यानी हर्षवर्धन ऐसे देशों का राजदूत बना फिरता था, जिनका अस्तित्व ही नहीं है.
नौकरी के नाम पर झांसा देने का था प्लान
हर्षवर्धन ने इस फर्जीवाड़े के जरिए लोगों को चूना लगाने का पूरा प्लान बना रखा था. आलीशान कोठी के बाहर का नजारा देखकर कोई भी इसे सच मान जाए. हर्षवर्धन ने गाजियाबाद में फर्जी दूतावास का जाल इसलिए बुना था ताकि लोगों से नौकरी के नाम पर मोटी वसूली की जा सके, नकली पासपोर्ट का कारोबार फले-फूले और शेल कंपनियों के जरिए हवाला कारोबार हो सके. लेकिन, यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट ने इस फर्जी ‘दूतावास’ का भंडाफोड़ कर दिया.
आलीशान कोठी से क्या-क्या मिला
अब एसटीएफ लेनदेन की जांच कर रही है. किन कंपनियों को विदेश में कनेक्शन होने का झांसा दिया गया, इसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है. साथ ही यूपी एसटीएफ हवाला से जुड़े नेटवर्क के बारे में भी पता लगा रही है. कविनगर इलाके की इस कोठी से एसटीएफ ने लग्जरी गाड़ियों के अलावा 12 डिप्लोमैटिक पासपोर्ट, विदेश मंत्रालय की मुहर वाले फर्जी दस्तावेज, फर्जी पैन कार्ड और फर्जी प्रेस कार्ड बरामद किए हैं. इसके अलावा 34 कंपनियों और देशों की नकली मुहर, कई देशों की विदेशी मुद्रा के साथ करीब 45 लाख कैश भी बरामद किए गए हैं.
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अवैध सैटेलाइट रखने के मामले में दर्ज हुआ था केस
हर्षवर्धन पर 2011 में अवैध सैटेलाइट रखने का मामला दर्ज हुआ था. उसका कनेक्शन इंटरनेशनल आर्म्स डीलर अदनान खगोशी से भी रहा है. ऐसे में एसटीएफ को शक है कि इस पूरे नेटवर्क के तार देश ही नहीं, विदेश से भी जुड़े हो सकते हैं. फिलहाल, हर्षवर्धन की गिरफ्तारी के बाद उससे पूछताछ की जा रही है और उसके आधार पर आगे यूपी एसटीएफ और भी बड़े खुलासे कर सकती है.