यूपी के 17 जिलों में बाढ़ का कहर, प्रयागराज में चारों तरफ पानी ही पानी, नवजात को हाथों में उठाकर जान बचाते दिखे माता-पिता
उत्तर प्रदेश में बाढ़ से कई जिले प्रभावित
UP Flood: देशभर में बारिश का कहर देखने को मिल रहा है. जहां पहाड़ों पर लैंडस्लाइड और बदल फटने की घटाएं सामने आ रही हैं. वहीं, मैदानी इलाकों में भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. कई राज्यों में तो बाढ़ आ चूका है. उत्तर प्रदेश उन्हीं राज्यों में से एक है. यूपी के 17 जिलों में गंगा और यमुना नदियों के उफान के कारण बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है.
प्रयागराज के छोटा बघाड़ा इलाके से एक मार्मिक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें माता-पिता अपने नवजात बच्चे को सिर के ऊपर उठाकर कमर तक भरे पानी से गुजरते दिख रहे हैं. यह दृश्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की बेबसी को दर्शाता है.
17 जिले, 402 गांव जलमग्न
उत्तर प्रदेश के 17 जिलों में बाढ़ ने 37 तहसीलों और 402 गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है, जिससे लगभग 84,000 लोग प्रभावित हुए हैं. प्रयागराज, वाराणसी, मिर्जापुर, बलिया, फतेहपुर, आगरा, इटावा, औरैया, हमीरपुर, कानपुर देहात, बांदा, चित्रकूट, चंदौली, गाजीपुर, कौशांबी, सीतापुर, और आजमगढ़ जैसे जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है, जिसके कारण निचले इलाकों में पानी भर गया है.
#WATCH | वाराणसी, उत्तर प्रदेश: कई क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से वाराणसी के रिहायशी इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 4, 2025
वीडियो नक्खी घाट के तटवर्ती क्षेत्र से है, जहाँ वरुणा नदी उफान पर है। pic.twitter.com/XlJ6RRlQUO
गंभीर स्थिति साल प्रयागराज
प्रयागराज में गंगा और यमुना के संगम के बाद जलस्तर में भारी वृद्धि हुई है. सलोरी, राजापुर, दारागंज, और छोटा बघाड़ा जैसे इलाकों में घर, सड़कें और मंदिर तक डूब गए हैं. रसूलाबाद घाट पर अंतिम संस्कार तक रुक गए हैं. एक तस्वीर में माता-पिता अपने नवजात को कमर से ऊपर पानी में बचाने की कोशिश करते दिखे, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.
राहत और बचाव कार्य तेज
प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर शुरू किए हैं. प्रयागराज में 18 राहत केंद्र बनाए गए हैं, जहां 6,000 से ज्यादा लोग रह रहे हैं. इन केंद्रों में भोजन, पानी और दवाइयों की व्यवस्था की गई है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पीएसी और जल पुलिस की टीमें लगातार गश्त कर रही हैं. 493 नावों के जरिए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.
वहीं, 757 स्वास्थ्य टीमें मेडिकल चेक-अप कर रही हैं और 29 सामुदायिक रसोईघरों में ताजा भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. अब तक 6,536 फूड पैकेट और 76,632 लंच पैकेट बांटे गए हैं. 327 प्रभावित परिवारों को मुआवजा दिया गया है.
सीएम योगी का सक्रिय
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ से निपटने के लिए 11 मंत्रियों की विशेष टीम बनाई है, जो प्रभावित जिलों में टग्राउंड जीरोट पर तैनात है. सीएम ने मंत्रियों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने जिलों में रात तक रुकें और राहत कार्यों की निगरानी करें.