IIT से बीटेक, अग्निवीर योजना में रहा अहम रोल…जानें कौन हैं UPSC के नए चेयरमैन Ajay Kumar

UPSC Chairman Ajay Kumar: 29 अप्रैल को प्रीति सूदन का कार्यकाल पूरा होने के बाद से UPSC अध्यक्ष का पद खाली था, जो अब भर गया है.
UPSC Chairman Ajay Kumar

यूपीएससी के नए अध्यक्ष अजय कुमार

UPSC Chairman Ajay Kumar: देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को UPSC के नए चेयरमैन का ऐलान कर दिया. राष्ट्रपति मुर्मू ने पूर्व रक्षा सचिव अजय कुमार को UPSC का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है. संघ लोक सेवा आयोग यानी UPSC के नए अध्यक्ष के रूप में नियुक्त हुए अजय कुमार देश के कई बड़े फैसलों में अहम किरदार निभा चुके हैं. 29 अप्रैल को प्रीति सूदन का कार्यकाल पूरा होने के बाद से UPSC अध्यक्ष का पद खाली था, जो अब भर गया है. तो चलिए जानते हैं UPSC के नए अध्यक्ष अजय कुमार के बारे में…

कौन हैं अजय कुमार?

पूर्व रक्षा सचिव अजय कुमार IIT कानपुर से BTech ग्रेजुएट हैं. अजय ने यूनिवर्सिटी ऑफ मिनेसोटा से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में PhD और एप्लाइड इकोनॉमिक्स में MS किया है. उन्होंने ये दोनों डिग्रियां सिर्फ तीन साल में हासिल कीं. ये इंडियन नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियर्स के फेलो भी हैं.

पूर्व रक्षा सचिव अजय कुमार, 1985 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) से सेवानिवृत्त अधिकारी हैं. केरल कैडर के अजय कुमार ने 23 अगस्त, 2019 से 31 अक्टूबर, 2022 तक रक्षा सचिव के रूप में अपनी सेवाएं दीं. इस दौरना उन्होंने रक्षा उत्पादन विभाग में सचिव का पद संभाला था. अजय कुमार ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव और राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के महानिदेशक सहित कई पदों पर कार्य किया.

इससे पहले वह 2014 में डिजिटल इंडिया पहल को लागू करने वाली टीम का हिस्सा थे. जिसमें यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस, आधार, MyGov.in, गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस और जीवन प्रमाण शामिल थे. पूर्व रक्षा सचिव के रूप में, अजय कुमार ने आयुध निर्माणी बोर्ड के निगमीकरण में काम किया ,जो 200 साल पुराना संस्थान है जिसमें 80,000 लोग काम करते हैं.

वे इलेक्ट्रॉनिक्स और IT मंत्रालय में भी ऊंचे पद पर रहे. अजय भारत के सबसे अनुभवी अफसरों में से एक हैं. रक्षा सचिव के तौर पर उन्होंने कई बड़े बदलाव किए. इनमें CDS का निर्माण, अग्निवीर योजना और आत्मनिर्भर भारत अभियान शामिल हैं. उन्होंने ऑर्डनेंस फैक्ट्रियों को कंपनी बनाने में भी मदद की. अजय ने BJP, कांग्रेस और लेफ्ट, तीनों सरकारों के साथ काम किया है. उन्होंने केंद्र सरकार और केरल सरकार दोनों में महत्वपूर्ण पद संभाले. वे KELTRON (केरल राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम लिमिटेड) के प्रिंसिपल सेक्रेटरी और MD भी रहे. उन्होंने KELTRON को फिर से खड़ा करने में भी काफी मदद की थी.

कब तकर रहेगा कार्यकाल?

नियम के मुताबिक, अजय कुमार UPSC अध्यक्ष के पद पर अक्टूबर 2027 तक बने रह सकते हैं, क्योंकि यूपीएससी अध्यक्ष का कार्यकाल छह वर्ष या 65 वर्ष की आयु तक होता है.

कैसे चुने जाते हैं UPSC अध्यक्ष?

यूपीएससी- भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) जैसी प्रतिष्ठित सेवाओं के लिए अधिकारियों के चयन करने हेतु सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है, एक अध्यक्ष और अधिकतम दस सदस्यों से मिलकर बनता है.

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संविधान के अनुच्छेद 316(1) के अनुसार, UPSC के अध्यक्ष और अन्य सदस्य राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किए जाते हैं. यदि अध्यक्ष का पद रिक्त हो जाता है या वह किसी कारणवश अपने कर्तव्यों का पालन नहीं कर सकते, तो राष्ट्रपति आयोग के अन्य सदस्य में से किसी एक को अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त कर सकते हैं. वहीं यूपीएससी चेयरमैन की सैलरी 2.5 लाख रुपये प्रति महीने होती है. जबकि यूपीएससी सदस्यों का वेतन 2.25 लाख रुपये प्रति महीने होती है.

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