क्या मान गए चिराग पासवान? भागे-भागे ‘मां’ के दरवाजे पर क्यों पहुंचे नित्यानंद राय, जानिए अंदर की बात
चिराग पासवान और नित्यानंद राय
Bihar Election 2025: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग़ पासवान की नाराज़गी ने एनडीए में खलबली मचा दी. बिहार से लेकर दिल्ली तक शीर्ष नेताओं के मुलाकातों की फ्रिक्वेंसी बढ़ गई. दरअसल, टिकट बंटवारे की चिराग लगातार अपनी डिमांड को लेकर अडिग नजर आ रहे हैं. गुरुवार को दिल्ली पहुंचते ही चिराग पासवान ने अपने एक बयान से पूरा हड़कंप मचा दिया. चिराग़ ने मीडिया से बातचीत में सिर्फ इतना ही कहा कि वह एक मंत्री हैं. “जब तक मंत्री हैं, तब तक ज़िम्मेदारियां हैं.”
उनके इस बयान का ऐसा असर देखा गया कि आनन-फ़ानन में केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय दिल्ली स्थित चिराग के घर उनकी मां से मिलने पहुंच गए. घर में घुसते वक्त नित्यानंद के चेहरे पर तनाव था. लेकिन, जैसे ही घर के बाहर निकले, उनके चेहरे पर एक स्थिरता और हल्की मुस्कान जरूर देखी गई. चिराग के घर पर मौजूद पत्रकार बिरादरी ने अंदाजा लगाया कि शायद बिगड़ते माहौल को संभाल लिया गया है.
चिराग की मां से मुलाकात के बाद क्या बोले नित्यानंद राय?
नित्यानंद राय जब चिराग के घर पहुंचे तो उन्होंने कहा, “चिराग़ की मां हम दोनों की अभिभावक हैं.” इसका मतलब साफ़ था कि बीजेपी और एलजेपी (आर) के बीच कमजोर होती कड़ी को चिराग की मां रीना पासवान ने सहारा दिया है. लेकिन, अभी चर्चा ये है कि क्या सीटों पर समझौता हो गया? एलजेपी के सूत्रों के मुताबिक़ चिराग पासवान को बीजेपी ने 22 सीटों का ऑफ़र दिया है. लेकिन, चिराग़ 22 प्लस की डिमांड पर अड़े हैं. एक रास्ता यह भी सुझाया गया है कि एलजेपी(आर) को क्वांटिटी नहीं, बल्कि क्वालिटी सीटें चाहिए. नतीजा, पासवान 22 सीटों के अलावा ब्रह्मपुर, चकाई, सिकंदर और गोविंदगंज की मांग कर रहे हैं. लेकिन, ये चारों सीटें ऐसी हैं, जिनमें बीजेपी के सीटिंग एमएलए, एक पर हिंदुस्तान आवामी मोर्चा के विधायक और एक सीट पर निर्दलीय विधायक एवं मंत्री हैं.
…तो बन गई बात!
कहा जा रहा है कि काफ़ी हद तक बात बन गई है. सारा दारोमदार चिराग़ पासवान के ऊपर है. क्योंकि, दूसरी तरफ बिहार में उनकी पार्टी की इकाई ने एक रिजॉल्यूशन पारित करके चिराग़ पासवान को अंतिम फैसला लेने के लिए चयनित कर दिया. कहा जा रहा है कि दिल्ली रवाना होने से पहले, चिराग़ ने ही पार्टी नेताओं को इसके निर्देश दिए थे.
कुल मिलाकर बातचीत का कुछ अंश बाकी है. जिस तेवर से चिराग बिहार से दिल्ली पहुंचे हैं, फ़िलहाल उस आंधी को कंट्रोल कर लिया गया है. सीट बंटवारे पर अंतिम फ़ैसले का इंतज़ार सभी को है. क्योंकि, जब नित्यानंद राय और एलजेपी (आर) प्रमुख मीडिया के सामने एक साथ आए तो चिराग ने नित्यानंद राय की बातों को जोड़ते हुए कहा, “सब सकारात्मक है, इत्मिनान से बैठकर अभी बात करेंगे.”