ICG का प्रदूषण नियंत्रण पोत ‘समुद्र प्रचेत’ लॉन्च, पूरी तरह है स्वदेशी

'समुद्र प्रचेत' अत्याधुनिक प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों से लैस है, जिसमें तेल रिसाव का पता लगाने के लिए रडार, तेल की सफाई के लिए साइड स्वीपिंग आर्म्स, तेल डिस्पर्सेंट, स्प्रे सिस्टम और डेडिकेटेड रिकवरी टैंक शामिल हैं.
ICG

समुद्र प्रचेत

Indian Coast Guard: भारत के समुद्री पर्यावरण की सुरक्षा को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. दूसरा स्वदेशी प्रदूषण नियंत्रण पोत ‘समुद्र प्रचेत’ आज भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard – ICG) के बेड़े में शामिल हो गया. इसे गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL) ने बनाया है. यह ‘आत्मनिर्भर भारत’ की ओर बढ़ते देश के कदम को और मजबूत करती है.

समुद्री सफाई के लिए भारत का दूसरा पोत

‘समुद्र प्रचेत’ दूसरा पोत है जिसे स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है. पहला पोत, ‘समुद्र प्रताप’ है, जो पिछले साल लॉन्च किया गया था. इन जहाजों का प्राथमिक उद्देश्य भारत के विशाल समुद्री विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) में तेल लीक जैसी समुद्री प्रदूषण की घटनाओं से निपटना है.

क्या है इसकी खूबियां?

‘समुद्र प्रचेत’ अत्याधुनिक प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों से लैस है, जिसमें तेल रिसाव का पता लगाने के लिए रडार, तेल की सफाई के लिए साइड स्वीपिंग आर्म्स, तेल डिस्पर्सेंट, स्प्रे सिस्टम और डेडिकेटेड रिकवरी टैंक शामिल हैं. इसमें प्रदूषित पानी को खींचने, प्रदूषकों का विश्लेषण और निकाले गए तेल को टैंकों में संग्रहीत करने की क्षमता है. यह पोत तेल रिसाव की स्थिति में प्रभावी प्रतिक्रिया देने में सक्षम है.

यह भी पढ़ें: अपनी ही मिसाइल से धुआं-धुआं हो जाता पाकिस्तान का इलाका! फटकर न्यूक्लियर फैसिलिटी के पास गिरी शाहीन-3

सफाई के साथ दूसरे कामों में भी है कारगर

प्रदूषण नियंत्रण के अलावा, यह पोत रेस्कयू के कामों, समुद्री निगरानी और गश्त के काम भी आ सकता है. इस पोत का निर्माण देश में ही किया गया है, जिसमें 60% से अधिक स्वदेशी सामान का इस्तेमाल किया गया है. ‘समुद्र प्रचेत’ का भारतीय तटरक्षक बल में शामिल होना भारत के समुद्री पर्यावरण सुरक्षा के लिए बढ़ते कदम को दिखाता है.

ज़रूर पढ़ें