जम्मू-कश्मीर सरकार ने अमरनाथ यात्रा मार्ग को घोषित किया नो-फ्लाई जोन, सुरक्षा के मद्देनजर फैसला

अहमदाबाद से लंदन (गैटविक) जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI-159 को तकनीकी खराबी के कारण रद्द कर दिया गया.
Amarnath Yatra

अमरनाथ यात्रा

पहलगाम में हाल ही में हुए घातक आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है. अमरनाथ तीर्थयात्रा मार्ग को 1 जुलाई से 10 अगस्त तक सख्त नो-फ्लाई जोन घोषित कर दिया गया है. इस दौरान तीर्थयात्रियों और कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ड्रोन और निजी हेलीकॉप्टर सहित सभी अनधिकृत हवाई गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा. यह कदम वार्षिक अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए उठाया गया है. अधिक जानकारी के लिए बने रहें.

17 जून को अहमदाबाद से लंदन (गैटविक) जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI-159 को तकनीकी खराबी के कारण रद्द कर दिया गया. यह फ्लाइट दोपहर 1:10 बजे उड़ान भरने के लिए निर्धारित थी. इस रद्दीकरण ने सैकड़ों यात्रियों को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर असुविधा का सामना करना पड़ा.

ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते सैन्य तनाव और हवाई हमलों के कारण तेहरान में रहने वाले भारतीय नागरिकों, विशेषकर छात्रों, की सुरक्षा को लेकर भारत सरकार ने त्वरित कदम उठाए हैं. भारतीय दूतावास ने तेहरान में पढ़ने वाले छात्रों को शहर से सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया है, जबकि कुछ भारतीयों को अर्मेनिया की सीमा के रास्ते देश से बाहर निकाला गया है. यह कदम तब उठाया गया जब इजरायल ने तेहरान के कुछ हिस्सों में सैन्य हमले तेज कर दिए, जिससे नागरिकों की सुरक्षा खतरे में पड़ गई.

विदेश मंत्रालय ने स्टेटमेंट जारी कर बताया- ‘सुरक्षा कारणों से तेहरान में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों को शहर से बाहर भेजा गया है. इसकी व्यवस्था भारतीय दूतावास की ओर से की गई है. इसके साथ ही जिन भारतीयों के पास अपनी गाड़ी या ट्रांसपोर्ट का साधन है, उन्हें भी शहर छोड़ने की सलाह दी गई है. कुछ भारतीयों को अर्मेनिया की सीमा के रास्ते ईरान से बाहर निकाला गया है. भारतीय दूतावास लगातार अपने लोगों के संपर्क में है और हर संभव मदद पहुंचा रहा है. लगातार स्थिति में बदलाव की वजह से आगे और एडवायजरी जारी की जा सकती है.’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कनाडा में आयोजित होने वाले 51वें G-7 शिखर सम्मेलन में आज भाग लेंगे. यह छठा अवसर होगा जब PM मोदी G-7 समिट में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे. G-7 शिखर सम्मेलन, जिसमें विश्व की सात प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं (अमेरिका, जापान, जर्मनी, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, और कनाडा) के नेता शामिल होते हैं, वैश्विक मंच पर महत्वपूर्ण मुद्दों जैसे आर्थिक विकास, जलवायु परिवर्तन, डिजिटल परिवर्तन, और भू-राजनीतिक तनाव पर चर्चा का केंद्र होता है.

PM मोदी की इस समिट में भागीदारी भारत के लिए वैश्विक कूटनीति में अपनी स्थिति को और मजबूत करने का अवसर प्रदान करेगी. भारत, G-7 का स्थायी सदस्य नहीं होते हुए भी, एक महत्वपूर्ण भागीदार के रूप में आमंत्रित किया जाता है, और PM मोदी ने पहले भी इस मंच पर भारत की विकास गाथा, पर्यावरणीय प्रतिबद्धताओं, और वैश्विक शांति के लिए अपनी दृष्टि को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया है.

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