चाइना बॉर्डर पर इंडियन एयरफोर्स करेगी बड़ी एयर एक्सरसाइज, ऑपरेशन सिंदूर के बाद नॉर्थ ईस्ट में बड़ी तैयारी

भारतीय वायु सेना जिस सिलीगुड़ी कॉरिडोर को फोकस में रखकर यह अभ्यास करना चाहती है, वह भारत के लिए बेहद संवेदनशील है. इसे चिकन नेक भी कहा जाता है, यह सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा है और यहा नॉर्थ ईस्ट के 7 राज्यों को भारत के अन्य भागों से जोड़ता है.
Indian Air Force will conduct exercises near India-China border.

भारत-चीन सीमा के पास इंडियन एयरफोर्स अभ्यास करेगी.

India-China Border Air force Exercise: ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को घुटने पर लाने के बाद अब इंडियन एयरफोर्स चाइना बॉर्डर पर बड़ी एक्सरसाइज करने जा रही है. भारतीय वायु सेना का यह अभ्यास नॉर्थ ईस्ट के असम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड और मणिपुर में आयोजित होगा. इसके अलावा इसमें भूटान और म्यांमार का एयर स्पेस भी शामिल किया जाएगा.

चिकन नेक’ पर रहेगा फोकस

भारतीय वायुसेना का अभ्यास 25 सितंबर से शुरू होगा, जो कि 22 दिनों तक चलेगा. यानी कि 16 अक्टूबर तक यह अभ्यास चलेगा. बताया जा रहा है कि नॉर्थ ईस्ट में भारतीय वायुसेना का अब तक की सबसे बड़ी एयर एक्सरसाइज है. इंडियन एयरफोर्स के इस एक्सरसाइज का फोकस ‘चिकन नेक’ (सिलीगुड़ी कॉरिडोर) पर रहेगा. भारतीय वायुसेना के इस अभ्यास में राफेल, सुखोई-30 जैसे विमान शामिल होंगे.

सुरक्षा को लेकर सतर्क है सरकार

अमेरिका के टैरिफ के बाद भारत और चीन के रिश्तों में सुधार देखा जा रहा है. लेकिन चीन से सुधरते रिश्तों के बावजूद भारत अपनी सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह की कोई कोताही नहीं बरतना चाहता है. खास तौर पर पाकिस्तान और चीन बॉर्डर पर भारत पूरी तरह सावधान है. इसी कारण से एक दिन पहले ही सरकार ने नॉर्थ ईस्ट में चीन बॉर्डर पर 500 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाने की योजना को मंजूरी दी है. इस योजना में करीब 30 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. जिससे नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में 500 किलोमीटर का रेलमार्ग बिछाया जाएगा. इससे सीमावर्ती इलाकों में पहुंच आसान हो जाएगी और रणनीतिक तौर पर भी भारत को फायदा मिलेगा.

भारत के लिए संवेदनशील है सिलीगुड़ी कॉरिडोर

भारतीय वायु सेना जिस सिलीगुड़ी कॉरिडोर को फोकस में रखकर यह अभ्यास करना चाहती है, वह भारत के लिए बेहद संवेदनशील है. इसे चिकन नेक भी कहा जाता है, यह सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा है और यह नॉर्थ ईस्ट के 7 राज्यों को भारत के अन्य भागों से जोड़ता है.

ऑपरेशन सिंदूर के बाद से ही भारत की तीनों सेनाओं सभी बॉर्डर पर अलर्ट हैं. ऐसे में भारत अपने दोनों बड़े बॉर्डर एलएसी और एलओसी (LAC And LoC) को लेकर काफी सतर्क है.

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