चुनाव से पहले फैमिली ड्रामा, पवन सिंह के टिकट मिलने की राह में ‘रोड़ा’ तो नहीं बन जाएंगे ज्योति सिंह के आरोप?

दोनों तरफ से लग रहे आरोप-प्रत्यारोपों के बाद इस फैमिली ड्रामे की चर्चा चारों तरफ हो रही है. वहीं सवाल इसमें टाइमिंग का भी है.
Jyoti singh and pawan singh

पवन सिंह और ज्योति सिंह

Pawan Singh vs Jyoti Singh: भोजपुरी एक्टर पवन सिंह और उनकी पत्नी के बीच विवाद की खबरें पिछले तीन दिनों से मीडिया में सुर्खियां बटोर रही हैं. दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है. सोशल मीडिया पोस्ट से लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस तक के जरिए दोनों ही एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाते नजर आए हैं. पवन सिंह ने पत्नी ज्योति के आरोपों पर जवाब देने के लिए बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस किया, तो शाम होते-होते पवन के आरोपों का जवाब देते हुए ज्योति ने कई खुलासे भी किए.

पवन सिंह का कहना है कि चुनाव के वक्त ही ज्योति इतना स्नेह क्यों दिखा रही हैं, जबकि तलाक का मामला कोर्ट में तीन साल से चल रहा है. पवन सिंह को पत्नी के इस रवैये में राजनीति नजर आ रही है. वहीं अब ज्योति का भी कहना है कि पवन उनको पत्नी के तौर पर स्वीकार कर लें तो वे चुनाव नहीं लड़ेंगी. इन सबके बीच सवाल उठ रहा है कि इस विवाद के कारण कहीं पवन सिंह का बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ने का सपना तो अधूरा नहीं रह जाएगा?

पवन 2024 लोकसभा चुनाव में भी काराकट से मैदान में उतरे थे. हालांकि, ये चुनाव पवन नहीं जीत पाए लेकिन उनके कारण उपेंद्र कुशवाहा को हार का सामना करना पड़ गया. पवन सिंह को भाजपा ने पहले आसनसोल से उम्मीदवार बनाया था, लेकिन भोजपुरी गानों में बंगाली महिलाओं के खिलाफ टिप्पणी के मामले ने ऐसा तूल पकड़ा कि पवन को चुनाव लड़ने से इनकार करना पड़ा. बाद में काराकट से पवन निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में उतरे थे. अब एक बार फिर पवन चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं.

विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं पवन

हाल ही में उपेंद्र कुशवाहा और भाजपा नेताओं से मिलने के बाद पवन सिंह आरा से एनडीए उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने की कोशिश में हैं. लेकिन, इसके ठीक पहले ही ज्योति के साथ उनका विवाद तूल पकड़ने लगा है. पवन सिंह ये समझ चुके हैं कि इस विवाद कारण उन्हें टिकट से हाथ धोना पड़ सकता है और यही वजह है कि ज्योति के मिलने की कोशिशों और पत्नी के तौर पर स्वीकार करने की उनकी अपील पर वे कह रहे हैं कि अचानक उन्हें (ज्योति) तीन साल बाद ये सब क्यों याद आ रहा है और वो भी चुनावों के वक्त ही…

पवन सिंह के घर के बाहर भी खूब हुआ था ड्रामा

कुछ दिनों पहले ज्योति ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के जरिए बताया था कि वे लखनऊ जा रही हैं और वहां पवन सिंह से मुलाकात करेंगी. ज्योति ने लखनऊ पहुंचने के बाद एक और वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी भी दिखाई रहे थे. ज्योति का आरोप था कि पवन सिंह ने पुलिस बुला रखी थी और उनसे मिलने से इनकार कर दिया. साथ ही ज्योति ने लखनऊ पुलिस पर भी बदसलूकी के आरोप लगाए थे.

ज्योति के आरोपों में पवन को दिख रही राजनीति

ज्योति के आरोपों पर पहले तो पवन सिंह ने इंस्टा पर एक पोस्ट किया, फिर अगले दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पवन सिंह ने ज्योति पर ही कई आरोप लगाए थे. पवन सिंह ने कहा था तलाक का मामला कोर्ट में 3-4 साल से चल रहा है. ज्योति को आज ही अपनापन क्यों दिखा? ये कौन सा अपनापन है, इसे हम राजनीति ही बोल सकते हैं कि उनको परेशान करना है.पवन सिंह ने ये भी आरोप लगाया था कि ज्योति केवल चुनाव लड़वाने की रट लगाए रहती हैं.

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ज्योति ने पीएम मोदी से भी की अपील

इसके कुछ घंटों बाद ही ज्योति सिंह ने भी प्रेस कॉन्फेंस किया और कहा कि पवन सिंह को खुद 15 सालों से टिकट नहीं मिल रहा तो वे उनसे टिकट के लिए क्यों बोलेंगी. ज्योति ने पवन पर गंभीर आरोप लगाए थे कि बच्चा न होने के लिए पवन उनको गर्भपात की दवाएं खिलाते थे. ज्योति ने इस मामले को लेकर पीएम मोदी से भी अपील की थी. ज्योति ने कहा था, “पीएम नरेंद्र मोदी की तरफ से कुछ महीनों पहले ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया था. लेकिन मेरे सिंदूर का क्या होगा? मैं पीएम मोदी से पूछती हूं कि मेरे मान-सम्मान का क्या होगा?” ज्योति ने पीएम मोदी से गुहार लगाई कि उनके सिंदूर की भी लाज रखी जाए.

पवन ने टाइमिंग पर उठाए सवाल

दोनों तरफ से लग रहे आरोप-प्रत्यारोपों के बाद इस फैमिली ड्रामे की चर्चा चारों तरफ हो रही है. वहीं सवाल इसमें टाइमिंग का भी है क्योंकि ज्योति सिंह काफी समय से अलग रह रही हैं और उनके तलाक का मामला भी कोर्ट में चल रहा है. फिर जब पवन सिंह को टिकट मिलने की चर्चा तेज है, ऐसे में उन्होंने लखनऊ जाकर मुलाकात करने के बारे में क्यों सोचा? पवन ने पीसी के दौरान ही कहा था कि ज्योति ये सब चुनाव के वक्त में ही क्यों कर रही हैं, पहले उनको याद नहीं आई? अब देखना है कि चुनाव के बीच शुरू हुआ ये विवाद कहां जाकर थमता है. क्या पवन सिंह को चुनाव का टिकट मिल जाएगा या ज्योति के साथ विवाद उनकी उम्मीदों पर पानी फेर जाएगा, इसका जवाब भी आने वाले दिनों में मिल सकता है.

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