6 मौतें, 323 गवाह, NIA की एंट्री, आरोपों से लेकर बरी होने तक… ये है मालेगांव ब्लास्ट केस की पूरी टाइमलाइन

Malegaon Blast Case Timeline: अदालत में यह साबित नहीं हो पाया कि जिस मोटर साइकिल में बम रखा गया था, वह किसकी थी. पहले यह बताया गया था कि यह बाइक साध्वी प्रज्ञा के नाम से है. इसके साथ ही बताया गया था कि इस बम ब्लास्ट में 101 लोग घायल हुए थे लेकिन अब कोर्ट ने माना है कि मेडिकल सर्टिफिकेट से छेड़छाड़ की गई थी
malegaon bomb blast timeline

मालेगांव बम ब्लास्ट टाइमलाइन

Malegaon Blast Case Timeline: NIA की विशेष अदालत ने मालेगांव बम ब्लास्ट के सभी 7 आरोपियों को बरी कर दिया गया है. अदालत में यह साबित नहीं हो पाया कि जिस मोटर साइकिल में बम रखा गया था, वह किसकी थी. पहले यह बताया गया था कि यह बाइक साध्वी प्रज्ञा के नाम से है. इसके साथ ही बताया गया था कि इस बम ब्लास्ट में 101 लोगों घायल हुए थे लेकिन अब कोर्ट ने माना है कि मेडिकल सर्टिफिकेट से छेड़छाड़ की गई थी. न्यायालय ने घायलों की संख्या 95 माना है.

मालेगांव बम ब्लास्ट केस की टाइमलाइन

29 सितंबर 2008- रात 9.35 बजे नासिक जिले के अंजुमन चौक और भीकू चौक के बीच मोटरसाइकिल में बम रखा गया था, जिसमें ब्लास्ट हुआ. इस बम धमाके में 6 लोगों की मौत और 95 लोग घायल हुए थे

30 सितंबर 2008- तड़के 3 बजे मालेगांव के आजाद नगर पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया

21 अक्टूबर 2008- इस मामले की जांच ATS को सौंपी गई

20 जनवरी 2009- मुंबई की विशेष मकोका अदालत में ATS ने कार्रवाई शुरू की और चार्जशीट दाखिल की

13 अप्रैल 2011- जांच NIA को सौंपी गई

21 अप्रैल 2011- NIA ने मुंबई स्थित NIA की विशेष अदालत में सप्लीमेंट्री चार्जशीट सौंपी

13 मई 2016- NIA ने एक और सप्लीमेंट्री चार्जशीट NIA की विशेष अदालत को सौंपी

2017- गवाहों के मुकरने और कमजोर जांच होने से सभी आरोपी जमानत पर रिहा किया गया

27 दिसंबर 2017- विशेष NIA कोर्ट मुंबई ने चार्ज फ्रेमिंग की प्रक्रिया फिर से शुरू की

30 अक्टूबर 2018- कुल 7 आरोपियों के खिलाफ चार्ज फ्रेम किया गया

3 दिसंबर 2018- इस मामले में कुल 323 गवाह पेश किए गए, पहला गवाह पेश किया गया

4 सितंबर 2023- अंतिम गवाह को पेश किया गया, 40 गवाहों को हॉस्टाइल घोषित किया गया

12 अगस्त 2024- धारा 313 CrPC के तहत आरोपियों के बयान दर्ज किए गए

25 जुलाई 2024 से 27 सितंबर 2024 तक प्रॉसिक्यूशन की बहस चली

30 सितंबर 2024 से 3 अप्रैल 2025 तक डिफेंस की बहस की ओर से बहस पूरी हुई

4 अप्रैल 2025 से 19 अप्रैल 2025 तक प्रॉसिक्यूशन की जवाब पेश किया गया

31 जुलाई 2025 – मालेगांव बम ब्लास्ट के सभी सातों आरोपियों को बरी कर दिया गया

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