‘मुरमा’ और ‘कोविड’…राष्ट्रपति का नाम लेते ही खड़गे की फिसली जुबान, बीजेपी हुई आगबबूला
मल्लिकार्जुन खड़गे (कांग्रेस अध्यक्ष)
Mallikarjun Kharge: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सोमवार को छत्तीसगढ़ के दौरे पर थे. यहां रायपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए उनकी जुबान फिसल गई, जिसको लेकर भाजपा आगबबूला हो गई है. दरअसल, जंगल में पेड़ों की कटाई के मुद्दे पर बोलते-बोलते हुए वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ‘मुरमा’ और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ‘कोविड’ बोल बैठे. संबोधन के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने मुर्मू को ‘मुरमा’ कहा तो तुरंत उनको अपनी भूल का एहसास हुआ, जिसे सुधारते हुए उन्होंने मुर्मू कहा. लेकिन इसके बाद फिर वे कोविंद को ‘कोविड’ बोल बैठे.
क्यों मचा खड़गे के बयान पर बवाल?
मल्लिकार्जुन खड़गे ने छत्तीसगढ़ के जंगलों में पेड़ों की कटाई के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि बीजेपी और उसके ‘उद्योगपति मित्र’ जमीन हड़प रहे हैं. खड़गे ने कहा, “हमारे जल, जंगल और जमीन की रक्षा की जानी चाहिए, इसलिए हमें एकजुट होने की जरूरत है. वे (भाजपा) कहते हैं कि हमने (द्रौपदी) मुरमा को राष्ट्रपति, (राम नाथ कोविंद) कोविड को राष्ट्रपति बनाया, लेकिन क्या, हमारे संसाधनों, हमारे जंगल, जल और जमीन को चुराने के लिए? आज, अडानी और अंबानी इस पर कब्जा कर रहे हैं.”
Kharge ji's venomous and diabolical attack on Presidents Murmu ji and Kovind ji exposes the dangerous deep rooted Dalit Virodhi mindset of the Congress party. For the Congress party not Dalit welfare but only Dynastic welfare has always been top priority.
— C.R.Kesavan (@crkesavan) July 8, 2025
Right from denying Dr.… pic.twitter.com/husj6YSkVz
भाजपा ने बताया दलित और आदिवासी विरोधी
भाजपा ने खड़गे की इस भूल पर बड़ा हमला बोला और इसे कांग्रेस की महिला, दलित और आदिवासी विरोधी मानसिकता करार दिया. भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया. ये कांग्रेस पार्टी की दलित विरोधी मानसिकता को दिखा रहा है.
गौरव भाटिया ने कांग्रेस अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “मल्लिकार्जुन खड़गे द्रौपदी मुर्मू को ‘मुरमा’ बुलाते हैं और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ‘कोविड’ बुलाते हैं. खड़गे द्रौपदी मुर्मू को भू-माफिया बताते हैं, कहते हैं कि ये हमारी जमीन और जंगल छीनने के लिए राष्ट्रपति बनी हैं. राहुल गांधी के इशारे पर रिमोट कंट्रोल वाले अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जो आदिवासी विरोधी, दलित विरोधी, महिला विरोधी और संविधान विरोधी बयान दे रहे हैं, उस पर पूरा देश थू-थू कर रहा है.”
वहीं छत्तीसगढ़ के वन मंत्री केदार कश्यप ने भी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर निशाना साधा. खड़गे के संबोधन के वायरल वीडियो पर केदार कश्यप ने कहा, “खड़गे का जमीर नहीं रहा तो जमीन कहां याद होगा, देश में कांग्रेस की जमीन खिसक चुकी है. खड़गे को जल,जंगल और जमीन के बारे में मालूम नहीं है.”
केदार कश्यप ने नक्सलियों से कर दी कांग्रेस की तुलना
वहीं केदार कश्यप ने कांग्रेस की तुलना नक्सलियों से भी कर दी. केदार कश्यप ने कहा, “कांग्रेस नक्सलवाद की समर्थक रही है. नक्सल मोर्चे पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की डेडलाइन तय करने से कांग्रेसी बौखला गए हैं. जैसे नक्सली बौखला जाते हैं, कांग्रेसियों में भी वैसी बौखलाहट दिखती है. कांग्रेसियों की खीझ जनता के बीच दिख रही है.”