अमित शाह से मिले नीतीश, 20 मिनट की मीटिंग में सीट शेयरिंग पर बनी बात! ये हो सकता है फॉर्मूला
सीएम नीतीश कुमार और गृह मंत्री अमित शाह
Nitish Kumar Meets Amit Shah: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर गहमागहमी तेज हो गई है. एनडीए खेमे में भी दिग्गज नेताओं की मुलाकात का सिलसिला शुरू हो गया है. पटना के होटल मौर्या में गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह और सीएम नीतीश कुमार की मुलाकात हुई है. इस दौरान संजय झा, विजय चौधरी, सम्राट चौधरी, भीखूभाई दलसानिया, संजय जायसवाल, विनोद तावड़े समेत अन्य नेता भी मौजूद रहे. विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इस मुलाकात को बेहद अहम माना जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक, 20 मिनट तक चली इस मुलाकात में सीट शेयरिंग के फॉर्मूले पर मुहर लग गई है.
होटल में अमित शाह और नीतीश कुमार के बीच करीब 20 मिनट तक मुलाकात हुई, इसके बाद शाह एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए. सूत्रों के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच सीट शेयरिंग पर भी बात हुई है. बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान किसी भी वक्त हो सकता है. लेकिन, अभी तक सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय नहीं हुआ है. ऐसे में माना जा रहा है कि आज की इस मुलाकात के बाद सीट बंटवारे पर सहमति बन सकती है.
सहयोगियों की सीटों को लेकर हुई बात-सूत्र
सूत्रों के मुताबिक, दोनों नेताओं की मुलाकात के दौरान एनडीए के अन्य घटक दलों खासकर चिराग पासवान और जीतन राम मांझी की ओर से मांगी जा रही सीटों को लेकर लंबी बातचीत हुई है. इस दौरान एनडीए के सीट शेयरिंग को लेकर डील लगभग फाइनल हो गई है. बता दें कि जीतन राम मांझी ने हाल ही में एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि बिहार चुनाव में उन्हें 15 सीटें नहीं मिली तो 100 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे.
क्या हो सकता है फॉर्मूला
बिहार चुनाव के लिए एनडीए की तरफ से सीट शेयरिंग को लेकर आधिकारिक बयान तो नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी 102-103 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है. वहीं भाजपा 101-102 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है. इसके अलावा, चिराग पासवान के नेतृत्व वाली एलजेपी-आर को 25 से 28 सीटें मिल सकती हैं. जबकि, जीतन राम मांझी की पार्टी ‘HAM’ को 6-7 और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएम को 4-5 सीटें दी जा सकती हैं.
महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर तस्वीर साफ नहीं
दूसरी तरफ, बिहार चुनाव को लेकर विपक्षी महागठबंधन में भी सीट शेयरिंग को लेकर तस्वीर साफ नहीं है. अभी तक सीट शेयरिंग के फॉर्मूले पर राजद-कांग्रेस के खेमे में बात नहीं बन पाई है. एनडीए की तरफ से सीएम नीतीश के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कही जा रही है. दूसरी तरफ, महागठबंधन में अभी तय नहीं हो पाया है कि विपक्षी खेमा बिना किसी चेहरे के चुनाव मैदान में उतरेगा या फिर कोई सीएम फेस तय होगा.
राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान तेजस्वी ने खुद को सीएम फेस घोषित कर दिया था, लेकिन इस पर कांग्रेस चुप्पी साधे हुए है. राहुल गांधी ने भी तेजस्वी को सीएम फेस घोषित करने के सवाल पर कोई जवाब नहीं दिया था. इन सबके बीच, तेजस्वी अब बिहार में अपनी यात्रा लेकर निकल पड़े हैं. ऐसे में हर किसी के मन में एक ही सवाल है कि क्या राजद-कांग्रेस के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है? हालांकि, इन अटकलों को कांग्रेस भले ही खारिज कर रही है लेकिन सीएम फेस पर चुप्पी को लेकर सवाल उठने लाजिमी हैं.