5% कमीशन, 500 करोड़ की संपत्ति और हत्या…सम्राट और अशोक चौधरी पर PK के खुलासों से बिहार का चढ़ा सियासी पारा
सोमवार को प्रशांत किशोर ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
Prashant Kishor vs Samrat Chaudhary: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में सियासी सरगरमी काफी बढ़ गई है. बिहार के कैबिनेट मंत्री सम्राट चौधरी और जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर के बीच चल रही बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है. सोमवार को प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सम्राट चौधरी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. वहीं पीके के आरोपों के बाद बिहार का सियासी पारा चढ़ गया है.
सम्राट चौधरी ने हत्या का अभियुक्त होने पर खुद को नाबालिग बताया
प्रशांत किशोर ने सोमवार को पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कहा, ‘1995 में तारापुर में सात निर्दोष लोगों की निर्मम हत्या हुई थी और ये सभी कुशवाहा समाज से थे. इस मामले में सम्राट चौधरी ना केवल आरोपी थे, बल्कि अभियुक्त भी थे. मामला दर्ज हुआ था, जिसका केस नंबर 44/1995 था. लेकिन 24 अप्रैल 1995 को अदालत में उनके नाबालिग होने के दस्तावेज पेश किए गए, जिसमें जन्मतिथि 1981 दर्ज थी. इसका मतलब था कि उस समय सम्राट चौधरी की उम्र केवल 15 साल थी और वे नाबालिग थे. इसी कारण उन्हें रिहा कर दिया गया. लेकिन 2020 में जब उन्होंने चुनावी हलफनामा भरा, तो उन्होंने अपनी उम्र 51 साल बताई. इसका मतलब हुआ कि 1995 में उनकी उम्र 26 साल थी और वे नाबालिग कतई नहीं थे. यह विरोधाभास एक गहरे षड्यंत्र की ओर इशारा करता है. क्या अदालत में जमा किए गए दस्तावेज फर्जी थे.’
इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने राज्य सरकार और केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा, ‘सम्राट चौधरी को तुरंत मंत्री पद से बर्खास्त करके गिरफ्तार किया जाए. या तो आप सम्राट चौधरी को गिरफ्तार करिए या फिर देश में जितने लोगों ने भी हत्या की है, उनको जेल से छोड़ दीजिए.’
1995 में तारापुर में सात निर्दोष लोगों की निर्मम हत्या हुई थी और ये सभी कुशवाहा समाज से थे। इस मामले में सम्राट चौधरी न केवल आरोपी थे, बल्कि अभियुक्त भी थे। मामला दर्ज हुआ था, केस नंबर 44/1995।
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24 अप्रैल 1995 को अदालत में उनके नाबालिग होने के दस्तावेज़ पेश किए गए, जिनमें… pic.twitter.com/D3x3mSD4df
‘अशोक चौधरी नोटिस वापस लें नहीं तो 500 करोड़ की संपत्ति का राज खोल दूंगा’
इतना ही नहीं प्रशांत किशोर ने मानहानि का केस करने वाले अशोक चौधरी पर भी पलटवार किया है. प्रशांत किशोर ने कहा, ‘कैबिनेट मंत्री अशोक चौधरी अगले 7 दिनों में अपना मानहानि का कानून नोटिस वापस लें, नहीं तो उनके नाम पर कथित रूप से जुड़ी 500 करोड़ की और अवैध संपत्तियों का खुलासा करूंगा. इसके साथ ही पिछले एक महीने में 20 हजार करोड़ से ज्यादा के ठेके जारी किए गए हैं, जिनमें से प्रत्येक ठेके पर 0.5% कमीशन की मांग की गई थी.’
🚨 PK ने अशोक चौधरी को दिया अल्टीमेटम ‼️
— JanSuraajForBihar (@ForSuraaj) September 29, 2025
प्रशांत किशोर ने अशोक चौधरी को चेतावनी दी है कि वे अगले 7 दिनों के भीतर मानहानि का कानूनी नोटिस औपचारिक रूप से वापस लें, अन्यथा उनके नाम पर कथित रूप से जुड़ी ₹500 करोड़ की और अवैध संपत्तियों का खुलासा किया जाएगा।
इसके साथ ही यह भी आरोप… pic.twitter.com/kf0le9a7zQ
‘हमारे पास लक्ष्मी हमारी सरस्वती के कारण आती है’
वहीं पार्टी के लिए फंडिंग को लेकर उठ रहे सवाल पर भी प्रशांत किशोर ने जवाब दिया है. प्रशांत किशोर ने कहा, ‘लोग पूछते हैं कि प्रशांत किशोर की पार्टी के लिए फंडिंग कहां से आती है. हमारे पास लक्ष्मी हमारी सरस्वती के कारण आती है. जिनकी मदद की, उन्होंने हमें फीस दी है. पिछले 3 सालों मेरी कुल 241 करोड़ की आय हुई है. इसमें से लगभग लगभग 20 करोड़ इनकम टैक्स और 31 करोड़ रुपये GST अदा किया है.’
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