‘पाकिस्तान में तेल को लेकर ट्रंप को भ्रम’, शशि थरूर का अमेरिका-पाकिस्तान ऑयल डील पर बड़ा बयान

Shashi Tharoor: ट्रंप ने हाल ही में घोषणा की थी कि अमेरिका और पाकिस्तान मिलकर पाकिस्तान के कथित 'विशाल तेल भंडार' विकसित करेंगे और भविष्य में पाकिस्तान भारत को तेल बेच सकता है.
Shashi Tharoor

शशि थरूर

Shashi Tharoor: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पाकिस्तान के साथ की गई ऑयल डील पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. ट्रंप ने हाल ही में घोषणा की थी कि अमेरिका और पाकिस्तान मिलकर पाकिस्तान के कथित ‘विशाल तेल भंडार’ विकसित करेंगे और भविष्य में पाकिस्तान भारत को तेल बेच सकता है. इस बयान पर थरूर ने तंज कसते हुए कहा कि ट्रंप को पाकिस्तान में तेल को लेकर ‘भ्रम’ है. यह डील ऐसे समय में हुई है जब ट्रंप ने भारत पर 25% टैरिफ और रूस से तेल खरीदने के लिए अतिरिक्त पेनाल्टी लगाने की घोषणा की है.

ट्रंप का दावा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 31 जुलाई को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर घोषणा की कि अमेरिका और पाकिस्तान ने एक व्यापार समझौता किया है. इसके तहत दोनों देश पाकिस्तान के ‘विशाल तेल भंडार’ को विकसित करने के लिए मिलकर काम करेंगे. ट्रंप ने कहा कि इस साझेदारी के लिए एक तेल कंपनी का चयन किया जा रहा है. उन्होंने यह भी दावा किया कि ‘हो सकता है एक दिन पाकिस्तान भारत को तेल बेचे.’ हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि ट्रंप किन तेल भंडारों की बात कर रहे हैं, क्योंकि पाकिस्तान में इतने बड़े पैमाने पर तेल भंडार की कोई पुष्ट जानकारी नहीं है.

शशि थरूर की प्रतिक्रिया

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ट्रंप के इस बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा- ‘मुझे लगता है कि पाकिस्तान में तेल को लेकर ट्रंप को भ्रम है. वह पाकिस्तान में तेल खोज रहे हैं, उन्हें खोजने दीजिए.’ थरूर ने यह भी कहा कि भारत को अपने हितों पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने अमेरिका की मांगों को ‘पूरी तरह से अनुचित’ बताया और कहा कि भारत की 70 करोड़ से अधिक कृषि-निर्भर आबादी की आजीविका को अमेरिका को खुश करने के लिए खतरे में नहीं डाला जा सकता. थरूर ने भारत के वार्ताकारों से इसका विरोध करने की अपील की.

भारत पर टैरिफ और पेनाल्टी

ट्रंप ने उसी दिन भारत पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की, जिसका कारण उन्होंने भारत की BRICS सदस्यता और अमेरिका के साथ व्यापार घाटे को बताया. इसके अलावा, रूस से तेल और सैन्य उपकरण खरीदने के लिए भारत पर अतिरिक्त पेनाल्टी लगाने की बात कही. थरूर ने इस पर चिंता जताते हुए कहा कि यदि इतना अधिक टैरिफ लागू हुआ तो भारत का व्यापार ‘बर्बाद’ हो सकता है. उन्होंने ट्रंप की रणनीति को ‘बारगेनिंग टैक्टिक्स’ करार दिया, लेकिन भारत को अपनी स्थिति मजबूत करने की सलाह दी.

भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता

भारत ने ट्रंप के टैरिफ और पेनाल्टी के ऐलान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह इसके प्रभावों का अध्ययन कर रहा है. वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि भारत और अमेरिका पिछले कुछ महीनों से एक ‘निष्पक्ष, संतुलित और पारस्परिक रूप से लाभकारी’ व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं. भारत इस दिशा में प्रतिबद्ध है. ट्रंप ने भी संकेत दिया कि भारत के साथ व्यापार वार्ता अभी खत्म नहीं हुई है, लेकिन BRICS और डॉलर के खिलाफ कथित गतिविधियों को लेकर उनकी नाराजगी स्पष्ट है.

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अन्य देशों के साथ ट्रंप की व्यापार नीति

ट्रंप ने पाकिस्तान के साथ डील के अलावा दक्षिण कोरिया के साथ भी व्यापार समझौते की बात कही. दक्षिण कोरिया ने अमेरिका में 350 अरब डॉलर के निवेश और 100 अरब डॉलर के ऊर्जा उत्पाद खरीदने का वादा किया है. ट्रंप ने कहा कि कई देश टैरिफ में कमी के लिए प्रस्ताव दे रहे हैं, जिससे अमेरिका का व्यापार घाटा कम होगा. उन्होंने जल्द ही एक विस्तृत रिपोर्ट जारी करने की बात भी कही.

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