UPSC Result 2024: दूसरे ही अटेम्प्ट में किसान का बेटा बना अफसर, जानिए साकेत सिंह के लेखपाल से IAS तक का सफर

UPSC Result 2024: किसान के बेटे साकेत सिंह ने दूसरे अटेम्प्ट में UPSC परीक्षा में सफलता हासिल की है. लेखपाल के पद पर पदस्थ साकेत सुबह 8 बजे से 12 बजे तक ड्यूटी करते थे. इसके बाद मन लगाकर पढ़ाई. पढ़ें साकेत सिंह के लेखपाल से IAS अफसर बनने तक का सफर.
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साकेत सिंह ने UPSC में हासिल की 665वीं रैंक

UPSC Result 2024 (शिवपूजन सिंह, प्रयागराज): उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के साकेत सिंह IAS अफसर बन गए हैं. किसान के बेटे साकेत ने UPSC परीक्षा 2024 में ऑल इंडिया 665वीं रैंक हासिल की है. उनकी इस सफलता पर प्रयागराज के करैली स्थित लेखपाल ट्रेनिंग सेंटर में भव्य सम्मान समारोह आयोजित गया. यह आयोजन इसलिए किया गया क्योंकि प्रयागराज में नहीं बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में लेखपाल संवर्ग में ट्रेनी साकेत सिंह ने UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2024 पास की है. 24 साल के साकेत सिंह को यह सफलता हिंदी माध्यम से मिली है. सिविल सेवा मुख्या परीक्षा में उनका विषय हिंदी साहित्य था. साकेत सिंह ने अपनी सफलता और लेखपाल से IAS बनने तक के सफर के बारे में बताया.

कौशंबी और प्रयागराज में की साकेत ने पढ़ाई

UPSC परीक्षा में 665वीं हासिल करने वाले साकेत सिंह ने बताया कि उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मूल निवास के पास कौशांबी से पूरी की है. इसके बाद साल 2017 से 2019 तक 9वीं से 12वीं तक की शिक्षा प्रयागराज के सिविल लाइन स्थित ज्वाला देवी सरस्वती देवी विद्या मंदिर इंटर कॉलेज से पूरा की. कॉलेज के प्राचार्यों से ही उन्हें सिविल सेवा की ओर जाने की प्रेरणा मिली. इसके बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय से 2022 में स्नातक किया. इसके साथ ही साथ उन्होंने सिविल सेवा की तैयारी शुरू कर दी.

2024 में लेखपाल पद के लिए हुआ चयन

स्नातक की पढ़ाई के दौरान ही साकेत ने लेखपाल परीक्षा दी. साल 2024 में उनका चयन लेखपाल पद पर हो गया और प्रयागराज की हंडिया तहसील में पहली पोस्टिंग मिली. पोस्टिंग के दौरान साकेत ने तत्कालीन SDM दिग्विजय सिंह को बताया कि वह सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा क्वालिफाई कर चुके हैं और मेंस की तैयारी करना चाहते हैं. इसके बाद दिग्विजय सिंह के सहयोग से साकेत लेखपाल ट्रेनिंग सेंटर करेली आ गए.

सुबह 8 से 12 बजे तक ड्यूटी फिर पढ़ाई

ट्रेनिंग के दौरान साकेत सिंह सुबह आठ से दोपहर 12 बजे तक की ट्रेनी ड्यूटी करते थे. इसके बाद उन्हें मेंस की तैयारी के लिए रोजाना आठ से दस घंटे का पर्याप्त समय मिल जाता था. साकेत सिंह 9वीं कक्षा से प्रयागराज पढ़ने आए और यही अपने बहनोई अधिवक्ता गजेंद्र सिंह और बड़ी बहन पूनम सिंह के सानिध्य में रहे. बहनोई गजेंद्र सिंह ने उनका मार्गदर्शन किया.

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किसान का बेटा बना IAS अफसर

साकेत सिंह के पिता राजेश सिंह किसान और मां सविता देवी गृहिणी हैं. पिता राजेश सिंह ने साकेत सिंह के उज्ज्वल भविष्य के लिए शिक्षा पर विशेष फोकस किया. बेहतर शिक्षा के लिए प्रयागराज शहर भेजा. साकेत सिंह की बड़ी दो बहनें हैं. दोनों बहनों ने हमेशा साकेत को आगे बढ़ने और पढ़ने के लिए सपोर्ट किया. प्रयागराज के ट्रांसपोर्ट नगर में अपने बहन-बहनोई के यहां रहकर परीक्षा की तैयारी किया.

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दूसरे अटेम्प्ट में मिली सफलता

साकेत सिंह ने बताया कि UPSC सिविल सेवा परीक्षा में उन्हें दूसरे अटेम्प्ट में सफलता मिली है. इससे पहले सिविल सेवा परीक्षा-2023 में वह इंटरव्यू तक पहुंचे थे लेकिन कुछ अंक से चयन रुक गया था.

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