बिहार विधानसभा चुनाव के लिए उज्जैन के श्मशान में तंत्र-मंत्र, लोकसभा चुनावों में भी कई प्रत्याशी कर चुके हैं साधना

बिहार में हो रहे विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी वोटर को अपने पाले में लाने के लिए तरह-तरह के जतन कर रहे रहे हैं. अब इसमें तंत्र साधना भी शामिल हो गई है.
Symbolic picture.

सांकेतिक तस्वीर.

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में हर दिन कुछ नया देखने को मिल रहा है. सभी पार्टियों के नेता, मंत्री, प्रधानमंत्री भी प्रत्याशी के प्रचार के लिए मैदान में उतरे हुए हैं. लेकिन चुनाव में प्रत्याशी केवल प्रचार से ही नहीं बल्कि तंत्र-मंत्र का भी सहारा ले रहे हैं. बिहार में चुनाव में जीत के लिए 1200 किलो मीटर दूर हवन किए जा रहे हैं.

तंत्र के जरिए वोटर को साधन की कोशिश

बिहार में हो रहे विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी वोटर को अपने पाले में लाने के लिए तरह-तरह के जतन कर रहे रहे हैं. अब इसमें तंत्र साधना भी शामिल हो गई है. चुनाव में जीत के लिए करीब 1200 किलोमीटर दूर मध्य प्रदेश के उज्जैन के श्मशान में तंत्र साधना की जा रही है. उज्जैन से करीब 100 किलोमीटर दूर नलखेड़ा के बगलामुखी पीठ में तंत्र साधना और मिर्ची अनुष्ठान के लिए प्रत्याशी संपर्क कर रहे हैं.

कई चुनावों में प्रत्याशी कर चुके हैं तंत्र साधना

यह पहली दफा नहीं है, जब चुनाव में जीत के लिए प्रत्याशी तंत्र साधना का सहारा ले रहे हैं. इसके पहले भी कई चुनावों में उज्जैन के श्मशान में तंत्र साधना के विजय अनुष्ठान हो चुके हैं. इसके पहले मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और लोकसभा चुनाव में भी प्रत्याशी इस तरह के अनुष्ठान करवा चुके हैं.

30 हजार रुपये तक का आता है खर्च

चुनाव में जीत के लिए उज्जैन में विजय अनुष्ठान के लिए 30 हजार रुपये तक का खर्च आता है. विजय अनुष्ठान में लाल खड़ी मिर्च, काली मिर्च, पीली सरसो, हरी इलायची, हवन सामग्री, देसी घी, नींबू और नारियल इत्यादि सामग्रियों का इस्तेमाल करती है.

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