पार्टी-परिवार से बाहर तेज प्रताप विधानसभा में बैठेंगे तेजस्वी के साथ, मानसून सत्र में भाइयों के बीच कम होगी दूरियां?
विधानसभा में एक साथ बैठेंगे तेज-तेजस्वी
Bihar Monsoon Session 2025: एक तरफ जहां संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है, वहीं बिहार में भी विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो रहा है. बिहार विधानसभा का यह सत्र 25 जुलाई तक ही चलेगा. इसके साथ ही यह सरकार का आखिरी सत्र भी है. क्योंकि इसी साल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं. मगर इससे पहले इस सत्र को लेकर सभी की निगाहें लालू प्रसाद यादव के बेटों, तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव, पर टिकी हैं.
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से तेज प्रताप के निष्कासन और पारिवारिक विवाद के बाद यह पहला मौका है जब दोनों भाई विधानसभा में एक साथ अगल-बगल बैठेंगे. क्या यह सत्र दोनों के बीच की दूरी को कम करेगा, या यह सिर्फ औपचारिकता होगी यह देखना दिलचस्प होगा.
तेज प्रताप का RJD से निष्कासन
तेज प्रताप यादव को मई 2025 में अनुष्का यादव के साथ उनकी वायरल तस्वीर और 12 साल के रिलेशनशिप के दावे के बाद RJD और परिवार से बाहर कर दिया गया था. लालू प्रसाद यादव ने इसे गैर-जिम्मेदाराना आचरण करार देते हुए यह कठोर कदम उठाया, जिसे तेजस्वी यादव सहित परिवार के अन्य सदस्यों ने समर्थन दिया. हालांकि, RJD ने विधानसभा अध्यक्ष को तेज प्रताप के निष्कासन की औपचारिक सूचना नहीं दी है, जिसके कारण उनकी विधायकी बरकरार है.
विधानसभा में सीटिंग व्यवस्था
बिहार विधानसभा सचिवालय ने सीटिंग व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं किया है. तेजस्वी यादव, जो नेता प्रतिपक्ष हैं, सीट नंबर 283 पर बैठेंगे, जबकि तेज प्रताप सीट नंबर 284 पर. यह व्यवस्था दोनों भाइयों को एक-दूसरे के बगल में लाएगी, जिससे सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई है.
क्या कम होगी भाइयों की दूरी?
तेज प्रताप और तेजस्वी के बीच विधानसभा में एक साथ बैठना एक सियासी संदेश हो सकता है. कुछ जानकार मानते हैं कि यह महज औपचारिकता होगी, जबकि अन्य का कहना है कि यह सत्र दोनों के बीच संवाद का रास्ता खोल सकता है. तेज प्रताप ने पहले कहा था कि वह तेजस्वी के मुख्यमंत्री बनने की कामना करते हैं, लेकिन पार्टी और परिवार से उनकी दूरी अभी भी बरकरार है.
क्या होगा संवाद?
विधानसभा सचिवालय को RJD से तेज प्रताप की विधायकी रद्द करने या सीट बदलने का कोई पत्र नहीं मिला है. तेज प्रताप अभी भी कागजों में RJD विधायक हैं, जिसके कारण उनकी सीट वही रहेगी. सत्र के दौरान दोनों भाइयों के बीच बातचीत होगी या वे दूरी बनाए रखेंगे, यह देखना दिलचस्प होगा.
नई पार्टी की अटकलें
तेज प्रताप ने हाल ही में महुआ विधानसभा सीट से 2025 में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. उनकी नई पार्टी की चर्चा ने RJD के भीतर और बिहार की सियासत में नई हलचल पैदा की है. लालू परिवार के भीतर की यह खटपट आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को प्रभावित कर सकती है.
तेज प्रताप और तेजस्वी के बीच तनाव की खबरें पिछले कुछ महीनों से सुर्खियों में रही हैं. तेज प्रताप ने RJD की नीतियों और नेताओं पर सवाल उठाए हैं और नई पार्टी बनाने की चर्चा भी शुरू कर दी है. उन्होंने ‘टीम तेज प्रताप यादव’ नाम से सोशल मीडिया पेज बनाया और समर्थकों से जुड़ने की अपील की. दूसरी ओर तेजस्वी ने परिवार और पार्टी में अपनी स्थिति मजबूत की है.
मानसून सत्र का महत्व
यह सत्र बिहार विधानसभा का अंतिम सत्र है, क्योंकि अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. विपक्ष, खासकर तेजस्वी यादव के नेतृत्व में RJD, नीतीश कुमार सरकार को कानून-व्यवस्था, मतदाता सूची में गड़बड़ी, और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर घेरने की तैयारी में है. इस बीच, तेज प्रताप की उपस्थिति और उनकी गतिविधियां सत्र को और दिलचस्प बनाएंगी.
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विपक्ष की रणनीति
तेजस्वी यादव ने मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियों और अपराध की बढ़ती घटनाओं पर सरकार को घेरने का प्लान बनाया है. सत्र के पहले दिन अनुपूरक बजट पेश होगा और विभिन्न समितियों की रिपोर्ट सदन में रखी जाएगी. तेज प्रताप की मौजूदगी और उनके बयान विपक्ष की रणनीति को प्रभावित कर सकते हैं.