न्यूक्लियर कमांड सेंटर था भारत का निशाना? नूर खान एयरबेस पर मिसाइल गिरते ही छटपटाया पाक पहुंचा था अमेरिका के पास
सैटेलाइट इमेज- नूर खान एयरबेस
Nur Khan Air base: पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों को तबाह करने के लिए भारत के चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) ने दुश्मन देश को हिलाकर रख दिया है. 7 मई को जैश-लश्कर जैसे आतंकी संगठनों के हेडक्वार्टर को भारतीय सेना ने मिट्टी में मिलाया तो बिलबिलाया पाकिस्तान भारत के रिहायशी इलाकों को टारगेट करने लगा था. इसके बाद भारत ने पाकिस्तान को ऐसे जख्म दिए वो सदियों तक नहीं भूलेंगे.
भारत ने पाकिस्तान के 11 एयरबेस और कई सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया. भारत की मिसाइलों के आगे पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम ध्वस्त हो गया और वे चाहकर भी भारत के जवाबी हमले को नहीं रोक पाए. दोनों देशों के बीच तनाव इस स्तर पर जा पहुंचा था कि लगने लगा था जाने कब युद्ध का ऐलान हो जाए. लेकिन, इन सबके बीच जब 10 मई की शाम को अचानक सीजफायर की खबरें आईं तो हैरानी होने लगी कि अचानक ऐसा क्या हुआ?
दरअसल, भारतीय सेना ने उस रावलपिंडी में ताबड़तोड़ मिसाइलें दागीं जहां पाक आर्मी का हेडक्वार्टर है. इस्लामाबाद से 10 किमी दूर रावलपिंडी के चकलाला में नूर खान एयरबेस है, जहां पाकिस्तान की वायुसेना अपने फाइटर जेट्स में ईंधन भरती है. पाकिस्तान की वायुसेना यहां सीक्रेट मिलिट्री ऑपरेशन, लॉजिस्टिक ट्रांसपोर्ट और एयरबोर्न रडार सिस्टम को ऑपरेट करती है. इस वजह से यह एयरबेस पाकिस्तान के लिए काफी महत्वपूर्ण है.
नूर खान एयरबेस को भारत ने किया तबाह
यही वजह थी कि नूर खान एयरबेस पर हमले से पाकिस्तान में खलबली मच गई और ये थी कि भारत का अगला निशाना पाकिस्तान का परमाणु कमांड सेंटर हो सकता है. पाकिस्तान को इस बात का डर हो गया था कि भारत चाहे तो उनके परमाणु हमला करने की क्षमता को ही खत्म कर देगा.
सूत्रों के मुताबिक, भारत ने 10 मई को नूर खान एयरबेस के अलावा, चकवाल में मुरीद और शोरकोट में रफीकी एयरबेस पर हमला करने के लिए ब्रह्मोस मिसाइल का इस्तेमाल किया था. लेकिन ब्रह्मोस को पाकिस्तान ट्रैक तक नहीं कर पाया. इस हमले में नूर खान एयरबेस पर काफी तबाही हुई है. हालांकि, भारत की तरफ से यह नहीं बताया गया है कि पाकिस्तान पर हमले के लिए कौन सी मिसाइलें इस्तेमाल की गई थी. लेकिन पाकिस्तान लगातार चिल्ला रहा है कि भारत ने ब्रह्मोस का इस्तेमाल किया था.
Noor Khan Air Base of Pakistan Air Force in Rawalpindi – Headquarters of the Pakistan Army.
— BhikuMhatre (@MumbaichaDon) May 9, 2025
This is not Bharat's Retaliation. This is TANDAV🔥🔥 pic.twitter.com/zleghpIESN
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में भी इस बात का खुलासा किया गया है कि नूर खान एयरबेस पर हमले से पाकिस्तान दहशत में आ गया था कि भारत की मिसाइलों का अगल टारगेट पाकिस्तान का परमाणु कमांड सेंटर हो सकता है. इससे डरकर पाकिस्तान ने फौरन अमेरिका फोन लगा दिया था और सीजफायर के लिए गुहार लगाने लगा था.
परमाणु कमांड सेंटर से हाथ धोने का खतरा
भारत के नूर खान एयरबेस पर जोरदार हमले ने पाकिस्तान के सैन्य और राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी थी. नूर खान एयरबेस पर हमले के बाद रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि शहबाज शरीफ ने न्यूक्लियर कमांड अथॉरिटी की बैठक बुला ली थी, लेकिन पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने इसका खंडन किया. अमेरिकी डिफेंस एक्सपर्ट्स का नूरखान एयरबेस पर हमले को लेकर मानना है कि भारत का यह हमला पाकिस्तान के लिए एक चेतावनी थी कि अगर जरूरत पड़ी तो न्यूक्लियर कमांड को ‘डिकैपिटेट’ करने की क्षमता भी भारत रखता है.
भारत के हमलों से डरा पाकिस्तान अमेरिका की शरण में पहुंचा
रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि भारत के जवाबी हमले से घबराए पाक ने अमेरिका को फोन लगाया. वहां विदेश मंत्री मार्को रुबियो और असीम मुनीर के बीच बातचीत हुई, जिसमें सीजफायर को लेकर बात हुई. रुबियो ने भारतीय विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर से भी संपर्क किया. इसके पहले तक अमेरिका दोनों देशों के बीच जारी तनाव को कम करने के लिए बहुत इच्छुक नहीं दिख रहा था. लेकिन भारत ने नूर खान एयरबेस पर हमला किया तो अमेरिका भी परेशान हो गया कि इंडिया पाकिस्तान के परमाणु कमांड सेंटर को ध्वस्त कर सकता है. वहीं पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ को दोपहर 3.30 बजे कॉल किया.
पाक डीजीएमओ ने किया फोन
भारत ने अपने आधिकारिक बयान में साफ तौर पर कहा है कि पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर के लिए पहल की गई थी. दरसअल, नूर खान एयरबेस पर भारत ने जब हमला किया और पाकिस्तान सरकार से लेकर सेना तक दशहत में आ गई. उसके बाद माना जा रहा है कि पाकिस्तान को बुरी तरह ये डर सताने लगा था कि वह जिस परमाणु हमले की भारत को बार-बार वह धमकी देते रहता है, भारत की मिसाइलें चंद सेकेंड में उसे खाक कर सकती हैं. यही वजह रही कि पाकिस्तान तुरंत सीजफायर के लिए गिड़गिड़ाने लगा था.