BrahMos Missile: भारत ने Philippines को सौंपी सबसे ताकतवर मिसाइल, साउथ चाइना सी में चीन की दादागिरी का अब होगा अंत!

BrahMos Missile Delivered To Philippines: भारतीय एयर फोर्स ने C-17 ग्लोब मास्टर विमान के जरिए इन सबसे ताकतवर मिसाइलों को फिलीपींस मरीन कॉर्प्स को सौंप दी.
BrahMos Missile, BrahMos Missile Delivered To Philippines

भारत ने फिलीपींस को सौंपी सबसे ताकतवर मिसाइल ब्रह्मोस की पहली खेप

BrahMos Missile Delivered To Philippines: भारत ने अपनी सबसे ताकतवर मिसाइल की पहली खेप फिलीपींस को शुक्रवार, 19 अप्रैल को सौंप दी. बता दें कि ब्रह्मोस पाने वाला फिलीपींस पहला विदेशी देश है. भारत ने जनवरी, 2022 में फिलीपींस को ब्रह्मोस मिसाइल की बेचने के लिए 375 मिलियन डॉलर (3130 करोड़ रुपए) की डील साइन की थी. इससे पहले दोनों देशों ने 03 मार्च, 2020 को प्रमुख रक्षा संधि पर साइन किए थे. भारतीय एयर फोर्स ने C-17 ग्लोब मास्टर विमान के जरिए इन मिसाइलों को फिलीपींस मरीन कॉर्प्स को सौंपा.

290 किमी तक है ब्रह्मोस मिसाइल की मारक क्षमता

बताते चलें कि इन मिसाइल्स की स्पीड 2.8 मैक और मारक क्षमता 290 किमी है और एक मैक ध्वनि की गति 332 मीटर/सेकेंड है. ऐसे में फिलीपींस को सौंपी गई ब्रह्मोस मिसाइल की स्पीड आवाज की गति से 2.8 गुना ज्यादा है. फिलीपींस को मिसाइल सिस्टम की डिलीवरी मिली उस समय मिली है, जब चीन के बीच साउथ चाइना सी में तनाव अपने चरम पर है. हाल के दिनों में चीन के साथ हाल ही में साउथ चाइना सी में कई बार झड़प हुई है.

भारत से AHL हेलीकॉप्टर भी खरीद रहा है फिलीपींस

ऐसे में फिलीपींस अपनी लड़ाकू सैन्य क्षमता बढ़ाने के लिए भारत से उन्नत हल्के हेलीकॉप्टरों के एक बैच भी खरीद रहा है. स्वदेशी रूप से विकसित एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (AHL) खरीद रहा है. यह नई पीढ़ी के हेलीकॉप्टर हैं, जिन्हें विभिन्न सैन्य अभियानों के लिए एक प्रभावी प्लेटफॉर्म माना जाता है. अभी तक इस पूरे मामले पर चीन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

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अमेरिका ने भी फिलीपींस में तैनात किए मिसाइल लॉन्चर्स

वहीं कुछ दिनों पहले ही फिलीपींस के लुज़ोन में अमेरिका ने मिड-रेंज के मिसाइल लॉन्चर्स की तैनाती कर दी. इसे टाइफॉन वेपन सिस्टम भी कहा जाता है. इनकी दूरी 2500 किमी तक है. जिससे ताइवान और चीन के रिहायशी इलाकों तक आसानी से हमला किया जा सकता है. इस मामले पर चीनी विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को फिलीपींस में एमआरसी हथियार प्रणाली की तैनाती का कड़ा विरोध किया, और अमेरिका से अन्य देशों की सुरक्षा चिंताओं का ईमानदारी से सम्मान करने की नसीहत दी. चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता लिन जियान ने कहा, ‘फिलीपींस को अमेरिका की ओर से बढ़ावा देने के गंभीर परिणामों के बारे में स्पष्ट रूप से पता होना चाहिए. अब ऐसे में कहा जा रहा है कि चीन भी दक्षिणी चीन सागर में अपनी सैन्य शक्ति को बढ़ा सकता है.

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