Chandigarh: मेयर चुनाव पर SC में सुनवाई से पहले बढ़ी गहमागहमी, AAP के 3 पार्षद थाम सकते हैं BJP का दामन!

chandigarh Mayor Election: 19 फरवरी को चंडीगढ़ के मेयर को लेकर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई होनी है.
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चंडीगढ़ में AAP के 3 पार्षद थाम सकते हैं BJP का दामन!

Chandigarh Mayor Election: लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों की मुश्किलें कम नजर होती नहीं रही है. कई राज्यों में विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ को बड़े-बड़े झटके लगे हैं. वहीं दूसरी ओर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी अपना खेमा और मजबूत करने में जुट गई है. ऐसी ही कुछ जानकारी चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर सामने आ ही रही है. सोमवार, 19 फरवरी को चंडीगढ़ के मेयर को लेकर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई होनी है. कल होने वाली सुनवाई से पहले आज आम आदमी पार्टी(AAP) बड़ा झटका लग सकता है.

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई कल

कल होने वाली चंडीगढ़ मेयर चुनाव की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले रविवार, 18 फरवरी को Aam Aadmi Party तीन पार्षद बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. बताते चलें कि इससे पहले विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ में शामिल AAP और कांग्रेस जैसे दलों ने बीजेपी पर चंडीगढ़ मेयर चुनाव में धांधली कर जीतने का आरोप लगाया था. ऐसे में 3 पार्षदों के बीजेपी में शामिल होने से विपक्षी विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ को लोकसभा चुनाव से पहले एक और बड़ा झटका लग सकता है.

नगर निगम के बदल जाएंगे समीकरण

जानकार सूत्रों की ओर से मिल रही जानकारी के अनुसार आम आदमी पार्टी के तीन पार्षद बीजेपी के सीधे संपर्क में बताए जा रहे हैं. वह किसी भी वक्त बीजेपी में शामिल होने की आधिकारिक घोषणा कर सकते हैं. ऐसे में AAP के तीन पार्षदों के भाजपा शामिल होते ही चंडीगढ़ नगर निगम के समीकरण पूरी तरह से बदल जाएंगे. कल की सुनवाई के दौरान अगर यदि सुप्रीम कोर्ट से मेयर चुनाव दोबारा करवाने का फैसला देती है तो बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ अपना मेयर बना लेगी.

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30 जनवरी को हुआ था चंडीगढ़ मेयर चुनाव

बताते चलें कि 35 सदस्यीय चंडीगढ़ नगर निगम में 30 जनवरी को मेयर चुनाव हुआ था. इस दौरान आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने ‘INDIA’ गठबंधन के तहत एक साथ चुनाव लड़ा. इस चुनाव में बीजेपी को 16 वोट पाकर जीत गई थी. इस दौरान प्रिजाइडिंग ऑफिसर ने 8 मतों को रद्द कर दिया था. इसी को लेकर AAP ने धांधली का आरोप लगाते हुए एक वीडियो भी शेयर किया. इसके बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया. इस दौरान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई में तीन जजों ने मामले को सुना और अहम टिप्पणी भी की.

लोकतंत्र की हत्या की इजाजत नहीं दे सकते-CJI

चीफ जस्टिस ने प्रिजाइडिंग ऑफिस का वायरल वीडियो भी देख कर कहा कि यह लोकतंत्र का मजाक है. जो कुछ हुआ उससे हम सब स्तब्ध हैं. CJI ने आगे अहम टिप्पणी करते हुए कहा कि हम इस तरह लोकतंत्र की हत्या की इजाजत नहीं दे सकते. इसके साथ ही सीजेआई ने चुनाव का पूरा वीडियो पेश करने के लिए नोटिस भी जारी किया है. वहीं उन्होंने चंडीगढ़ नगर निगम चुनावों का पूरा रिकॉर्ड हाई कोर्ट रजिस्ट्रार जनरल के पास जब्त करने का आदेश देते हुए निर्देश दिया कि मतपत्र, वीडियोग्राफी को भी संरक्षित रखा जाए और रिटर्निंग ऑफिसर को रिकॉर्ड सौंपने का नोटिस दिया.

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