अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति के नाम पर हरियाणा के एक गांव का नाम, जानें क्यों हुआ ऐसा

Jimmy Carter: पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर भारत आने वाले तीसरे अमेरिकी राष्ट्रपति थे. उनका भारत से खास संबंध रहा है. जिमी जब भारत दौरे पर आए थे तो हरियाणा के एक गांव भी गए थे. जिमी कार्टर के सम्मान में उस गांव का नाम बदलकर उनके नाम पर रख दिया गया था.
Haryana Village was Named 'Carterpuri'

जिमी कार्टर के सम्मान में हरियाणा के एक गांव का नाम बदलकर उनके नाम पर रख दिया गया था

Jimmy Carter: अमेरिका (America) के पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर (Jimmy Carter) के नाम पर भारत के हरियाणा (Haryana) के एक गांव का नाम रखा गया है. पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर भारत आने वाले तीसरे अमेरिकी राष्ट्रपति थे. उनका भारत से खास संबंध रहा है. जिमी जब भारत दौरे पर आए थे तो हरियाणा के एक गांव भी गए थे. जिमी कार्टर के सम्मान में उस गांव का नाम बदलकर उनके नाम पर रख दिया गया था.

भारत और अमेरिका के बीच संबंधों का नए दौर की शुरुआत

रविवार, 29 दिसंबर की देर रात 100 साल के जिमी कार्टर का निधन हो गया. जिमी कार्टर अमेरिकी इतिहास के सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाले राष्ट्रपति थे. राष्ट्रपति जो बाइडन ने जिमी कार्टर के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि आज अमेरिका और दुनिया ने एक असाधारण नेता, राजनेता और मानवतावादी खो दिया है. राष्ट्रपति रहते हुए जिमी कार्टर जब भारत दौरे परा आये थे तो उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के साथ दिल्ली घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए थे. इस घोषणा पत्र के साथ ही भारत और अमेरिका के बीच संबंधों का नया दौर शुरू हुआ था.

इस गांव से था जिमी की मां का खास नाता

जिमी कार्टर सेंटर के अनुसार, 3 जनवरी, 1978 को कार्टर और तत्कालीन प्रथम महिला रोजलिन कार्टर नई दिल्ली से एक घंटे की दूरी पर स्थित हरियाणा के दौलतपुर नसीराबाद गांव गए थे. जिमी कार्टर की मां लिलियन ने 1960 के दशक के अंत में पीस कॉर्प्स के साथ एक स्वास्थ्य स्वयंसेवक के रूप में इस गांव में काम किया था. जिमी कार्टर के गांव आने और उनके गांव से संबंध के बाद गांव के लोगों ने कार्टर के सम्मान में गांव का नाम बदलकर कार्टरपुरी कर दिया था.

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भारत दौरे को लेकर जिमी कार्टर सेंटर ने एक बयान में कि कार्टर के भारत दौरे ने ही भारत-अमेरिका की स्थायी साझेदारी की नींव रखी थी. जिससे दोनों देशों को फायदा हुआ. कार्टर सरकार के बाद से अमेरिका और भारत के बीच ऊर्जा, मानवीय सहायता, प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष सहयोग, समुद्री सुरक्षा, आपदा राहत, आतंकवाद विरोधी आदि क्षेत्रों में मिलकर काम किया है. साल 2000 के दशक के मध्य में, संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत ने पूर्ण असैन्य परमाणु सहयोग की दिशा में काम करने के लिए एक ऐतिहासिक समझौता किया था और तब से द्विपक्षीय व्यापार में दोनों देशों के बीच भारी वृद्धि हुई है.

नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजे गए जिमी

1 अक्तूबर 1924 को जन्मे जिमी कार्टर साल 1977 से लेकर 1981 तक अमेरिका के 39वें राष्ट्रपति रहे. कार्टर मेलानोमा नामक बीमारी से पीड़ित थे. यह एक तरह का स्किन कैंसर होता है और यह कार्टर के लिवर और दिमाग तक फैल गया था. राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद कार्टर ने ‘कार्टर सेंटर’ नाम की एक संस्था के जरिए मानवता के लिए काम करते थे. इसके लिए उन्हें साल 2002 में नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजा गया था. 29 दिसंबर 2024 को 100 साल की उम्र में उनका निधन हो गया.

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