Waqf Amendment Bill: लोकसभा के बाद आज राज्यसभा में मोदी सरकार की अग्निपरीक्षा, जानें उच्च सदन का नंबरगेम
राज्यसभा
Waqf Amendment Bill: बीती देर रात वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को लोकसभा से पारित किया गया. इस दौरान लगभग 13 घंटे इस बिल पर चर्चा चली. अब आज इस बिल को राज्यसभा में पेश किया जाएगा. गुरुवार, 3 मार्च को राज्यसभा में पेश होने वाले इस बिल के पक्ष में लोकसभा में 288 वोट मिले हैं. अब इस बिल पर मोदी सरकार की राज्यसभा में अग्निपरीक्षा है. हालांकि, राज्यसभा में भी केंद्र सरकार पूरी महूमत में है. ऐसे में बिल को पास करवाने में सरकार को ज्यादा मुश्किल नहीं होगी.
लोकसभा की तरह ही राज्यसभ में भी एनडीए में शामिल जेडीयू, टीडीपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) और एनसीपी का समर्थन मिलेगा. संसदीय और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू आज दोपहर एक बजे राज्यसभा में वक्फ संशोधन बिल को पेश करेंगे. राज्यसभा में इस समय 236 सांसद हैं. जिस वजह से यहां बहुमत के लिए 119 सांसदों के समर्थन की जरूरत पड़ती है. राज्यसभा में बीजेपी के 98 सांसद हैं. चलिए जानते हैं राज्यसभा का नंबर गेम…
क्या कहता है राज्यसभा का नंबर गेम?
संसद के दोनों सदनों में केंद्र की मोदी सरकार के पास पूर्ण बहुमत है. लोकसभा में वक्फ बिल को 288 वोट से पास कर दिया गया है. अब इस बिल पर मोदी सरकार की अग्निपरीक्षा संसद के ऊपरी सदन में है. राज्यसभा की बात करें तो यहां सदन की मौजदा स्ट्रेंथ 236 सदस्यों की है.
236 सदस्यों में से बीजेपी का संख्याबल 98 है. गठबंधन के लिहाज से देखें तो NDA के सदस्यों की संख्या 115 के करीब है. इसके साथ ही छह मनोनीत सदस्यों को भी जोड़ लें, क्योंकि आमतौर पर ये सदस्य सरकार के पक्ष में ही मतदान करते हैं. इसलिए राज्यसभा का नंबरगेम एनडीए के पक्ष में जाता दिख रहा है. NDA के पास 121 वोट संख्या है. जो विधेयक पारित कराने के लिए जरूरी 119 से दो अधिक ही है.
INDI अलायन्स का संख्याबल क्या कहता है?
राजयसभा में कांग्रेस के 27 और इंडिया ब्लॉक के अन्य घटक दलों के 58 सदस्य राज्यसभा में हैं. यानी की इंडी अलायन्स का कुल संख्याबल 85 है. वाईएसआर कांग्रेस के नौ, बीजेडी के सात और एआईएडीएमके के चार सदस्य राज्यसभा में हैं. छोटे दलों और निर्दलीय मिलाकर तीन सदस्य हैं जो न तो सत्ताधारी गठबंधन में हैं और ना ही विपक्षी गठबंधन में.
बता दें कि वक्फ संशोधन बिल लोकसभा में देर रात वोटिंग हुई. जिसमें 464 कुल वोटों में से 288 पक्ष में और 232 विरोध में रहे. लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल पर लगभग 13 घंटे से ज्यादा समय तक बहस चली. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और विपक्ष के सांसदों ने अपने-अपने पक्ष रखे. अब यह विधेयक राज्यसभा में पेश किया जाएगा और फिर राष्ट्रपति के पास अप्रूवल के लिए भेजा जाएगा.