‘महाराष्ट्र के 13 करोड़ लोगों से माफी मांगता हूं’, बोले- अजित पवार, शिवाजी महाराज की प्रतिमा टूटने का है मामला
Shivaji Statue Collapse: सिंधुदुर्ग में शिवाजी महाराज की प्रतिमा टूटने के मामले में डिप्टी सीएम अजित पवार ने माफी मांगी है. उन्होंने कहा कि दो-तीन दिन पहले छत्रपति शिवाजी महाराज का स्टेचू गिर गया. ये बहुत निंदनीय है. इसमें जो भी अपराधी है, उसको इसकी सजा देंगे. मैं इस महाराष्ट्र का डिप्टी सीएम, महाराष्ट्र के 13 करोड़ लोगों से क्षमा मांगता हूं. छत्रपति शिवाजी महाराज महाराष्ट्र के देवता हैं.
अजित पवार ने कहा कि दो-तीन दिन पहले युग पुरुष छत्रपति शिवाजी महाराज का एक पुतला गिर गया. इस संदर्भ में जो भी दोषी होंगे उनकी जांच की जाएगी. इस वक्त अखबारों में यह खबर आ रही है कि इसने किया, उसने किया लेकिन जिसने भी किया, जो भी किया, सबकी जांच की जाएगी और इस बारे में मैं राज्य के उपमुख्यमंत्री के तौर पर महाराष्ट्र की 13 करोड़ जनता से माफी मांगता हूं. युग पुरुष छत्रपति शिवाजी महाराज हम सबके देवता हैं और देवता का पुतला इस तरीके से गिरना, ये हम सबको धक्का देने वाली बात है.
ये भी पढ़ें- 12 इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी के लिए कैबिनेट ने दी मंजूरी, 10 लाख लोगों को मिलेंगे रोजगार, इन शहरों को फायदा
शिवसेना (यूबीटी) कार्यकर्ताओं और बीजेपी सांसद के समर्थकों के बीच झड़प
शिवसेना (यूबीटी) कार्यकर्ताओं और बीजेपी सांसद नारायण राणे के समर्थकों के बीच बुधवार को महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में उस किले पर झड़प भी हुई थी, जहां छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढह गई. एक अधिकारी ने बताया कि कुछ लोगों ने पथराव भी किया, जिसकी वजह से एक पुलिस कांस्टेबल घायल हो गया. राजकोट किले में शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे और ठाकरे परिवार के कट्टर प्रतिद्वंद्वी एवं रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग के सांसद नारायण राणे के तकरीबन एक साथ किले में पहुंचने से झड़प शुरू हुई.
Chhatrapati Shivaji Maharaj statue incident: Maharashtra Deputy CM Ajit Pawar says, “Regarding this, I apologise to 13 crore people of Maharashtra. Chhatrapati Shivaji Maharaj is our deity and for its statue to fall in such a way within a year is a shock for all of us…”… pic.twitter.com/M3pdF5gIbK
— ANI (@ANI) August 28, 2024
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की इस्तीफे की मांग
सिंधुदुर्ग की मालवण तहसील में राजकोट किले में 17वीं सदी के मराठा साम्राज्य के संस्थापक की 35 फुट ऊंची प्रतिमा सोमवार को दोपहर करीब 1:00 बजे ढह गई थी. पिछले साल 4 दिसंबर को इस प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था. इस घटना के बाद से राज्य की राजनीति में उबाल आ गया है. महायुति सरकार विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाड़ी (MVA) के निशाने पर आ गई है, जो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के इस्तीफे की मांग कर रहा है.