संभल के बाद अब अजमेर शरीफ दरगाह के मंदिर होने का दावा, कोर्ट ने मंजूर की याचिका, इस दिन होगी सुनवाई
Ajmer Sharif Dargah: राजस्थान के अजमेर में ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में हिंदू मंदिर होने की याचिका को कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है. कोर्ट ने याचिका स्वीकार करने के साथ ही सभी पक्षधरों को नोटिस जारी कर दिया है. इस याचिका पर सुनवाई 5 दिसंबर को होगी.
हिंदू सेना के विष्णु गुप्ता ने अजमेर दरगाह में हिंदू मंदिर होने की दावे वाली याचिका दायर की है. बुधवार को इस याचिका पर अजमेर पश्चिम सिविल जज सीनियर डिविजन मनमोहन चंदेल की कोर्ट ने सुनवाई करते हुए दरगाह कमेटी ,अल्पसंख्यक मामलात व एएसआई को नोटिस जारी कर तारीख पर पेश होने को कहा है.
अजमेर शरीफ दरगाह को हिंदू मंदिर बताने वाली याचिका को निचली अदालत ने स्वीकार किया#AjmerSharif #HinduMandir #BreakingNews | #VistaarNews pic.twitter.com/LObsYb7ksb
— Vistaar News (@VistaarNews) November 27, 2024
इससे पहले मंगलवार की सुनवाई के दौरान हिंदू सेना ने एक किताब सबूत को तौर पर पेश की थी. इस किताब में ये दावा किया गया है कि दरगाह की जगह पहले मंदिर था. जिला अदालत से पहले, हिंदू सेना ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को याचिका पेश की थी. हालांकि, न्यायाधीश प्रीतम सिंह ने सुनवाई से इनकार कर दिया और कहा कि यह उनके क्षेत्राधिकार से बाहर है.
लंबे समय से हो रही है जांच की मांग
अजनेर दरगाह में हिंदू मंदिर होने का दावा लंबे समय से किया जा रहा है. महाराणा प्रताप सेना ने साल 2022 में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केंद्र सरकार को इस मामले पर जांच करने के लिए पत्र लिखा था. महाराणा प्रताप सेना ने तब दरगाह पर स्वास्तिक बने होने का भी दावा किया था.