लोकसभा स्पीकर पर टिप्पणी कर रहे थे अखिलेश, भड़क गए अमित शाह, सपा प्रमुख को दिया जवाब
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सपा प्रमुख अखिलेश यादव
Akhilesh Yadav In Lok Sabha: आज बुधवार, (8 अगस्त) को अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने वक्फ अमेंडमेंट बिल 2024 लोकसभा में पेश किया. कांग्रेस समेत विपक्ष के सभी सांसदों ने इस बिल का विरोध किया. विपक्ष की ओर से केसी वेणुगोपाल ने इस पर आपत्ति करते हुए कहा है कि ये संविधान की ओर से दिए धर्म और मौलिक अधिकार पर हमला है. हम हिंदू हैं लेकिन साथ ही हम दूसरे धर्मों की आस्था का भी सम्मान करते हैं. यह बिल महाराष्ट्र, हरियाणा चुनावों के लिए विशेष है.
वहीं इस बिल के विरोध में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर लोकसभा में बोलते हुए कहा, “ये बिल जो पेश किया जा रहा है वो बहुत सोची समझी राजनीति के तहत हो रहा है…अध्यक्ष महोदय, मैंने लॉबी में सुना है कि आपके कुछ अधिकार भी छीने जा रहे हैं और हमें आपके लिए लड़ना होगा… मैं इस बिल का विरोध करता हूं.” अखिलेश यादव के दावों का जवाब देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “अखिलेश जी, क्या इस तरह की गोलमोल बात आप नहीं कर सकते..आप नहीं हो स्पीकर के अधिकार के संरक्षक.”
ये भी पढ़ें- राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा, नाराज हुए धनखड़ ने छोड़ी कुर्सी, बोले- मैं यहां बैठने में सक्षम नहीं
आप मुसलमानों के दुश्मन हैं- ओवैसी
वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “यह विधेयक संविधान के अनुच्छेद 14, 15 और 25 के सिद्धांतों का उल्लंघन करता है. यह विधेयक भेदभावपूर्ण और मनमाना दोनों है… इस विधेयक को लाकर आप (केंद्र सरकार) देश को जोड़ने का नहीं बल्कि बांटने का काम कर रहे हैं. यह विधेयक इस बात का सबूत है कि आप मुसलमानों के दुश्मन हैं.”
#WATCH सपा के सांसद अखिलेश यादव ने लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर बात की।
“यह बिल जो पेश किया जा रहा है वो बहुत सोची समझी राजनीति के तहत हो रहा है…अध्यक्ष महोदय, मैंने लॉबी में सुना कि आपके कुछ अधिकार भी छीने जा रहे हैं और हमें आपके लिए लड़ना होगा….मैं इस बिल का… pic.twitter.com/6oZJu9NsqA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 8, 2024
वहीं, लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 का विरोध करते हुए डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा, “यह अनुच्छेद 30 का सीधा उल्लंघन है जो अल्पसंख्यकों को अपने संस्थानों का प्रबंधन करने से संबंधित है. यह विधेयक एक विशेष धार्मिक समूह को लक्षित करता है…”