नीट रिजल्ट के खिलाफ SC में एक और याचिका दायर, राहुल गांधी बोले- मिलीभगत से चल रहे शिक्षा माफिया और सरकारी तंत्र

NEET Controversy: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि नीट परीक्षा में हुई धांधली ने 24 लाख से अधिक स्टूडेंट्स और उनके परिवारों को तोड़ दिया है.
NEET Controversy

नीट रिजल्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई

NEET Controversy: नीट यूजी रिजल्ट आने के बाद मेडिकल स्टूडेंट्स सड़कों पर उतर गए हैं. छात्रों का कहना है कि इस बार परीक्षा में धांधली हुई है. बता दें कि इतिहास में पहली बार 67 अभ्यर्थियों को फुल मार्क्स मिले हैं. साथ ही एक एग्जाम सेंटर से कई टॉपर निकले हैं. इस बीच निराश छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.

जानकारी के मुताबिक, करीब 20 हजार छात्रों ने मोशन एजुकेशन के संस्थापक नितिन विजय के जरिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. इसमें उन्होंने मांग की है कि नीट परीक्षा दोबारा हो या ग्रेसिंग मार्क खत्म किया जाए. साथ ही छात्रों ने कई सवाल उठाए हैं. जैसे, इस बार ऑल इंडिया फर्स्ट रैंक पर 67 अभ्यर्थी रहे. पहली रैंक पर इतनी बड़ी संख्या में छात्र कैसे आ गए? 720 में से 718, 719 नंबर कैसे दिए गए? क्योंकि अगर छात्र सारे सवाल सही करता तो 720 नंबर मिलते. वहीं, एक भी गलत होता तो माइनस मार्किंग के कारण अधिकतम 715 नंबर मिलते और एक सवाल छोड़ देता तो 716 अंक मिलते.

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बता दें कि इससे पहले भी सुप्रीम कोर्ट में नीट रिजल्ट को लेकर कई याचिका दाखिल हुई है. उधर, विपक्षी दलों ने शिक्षा माफिया और सरकारी तंत्र के बीच मिलीभगत का आरोप लगाया है.

राहुल गांधी ने कही ये बात

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, “नीट परीक्षा में हुई धांधली ने 24 लाख से अधिक स्टूडेंट्स और उनके परिवारों को तोड़ दिया है. एक ही एग्जाम सेंटर से 6 छात्र मैक्सिमम मार्क्स के साथ टॉप कर जाते हैं, कितनों को ऐसे मार्क्स मिलते हैं जो टेक्निकली संभव ही नहीं है, लेकिन सरकार लगातार पेपर लीक की संभावना को नकार रही है.”

राहुल गांधी ने आगे कहा, “शिक्षा माफिया और सरकारी तंत्र की मिलीभगत से चल रहे इस ‘पेपर लीक उद्योग’ से निपटने के लिए ही कांग्रेस ने एक रोबस्ट प्लान बनाया था. हमने अपने मैनिफेस्टो में कानून बना कर छात्रों को ‘पेपर लीक से मुक्ति’ दिलाने का संकल्प लिया था. आज मैं देश के सभी स्टूडेंट्स को विश्वास दिलाता हूं कि मैं संसद में आपकी आवाज बन कर आपके भविष्य से जुड़े मुद्दों को मजबूती से उठाऊंगा. युवाओं ने इंडिया पर भरोसा जताया है – इंडिया उनकी आवाज को दबने नहीं देगा.”

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