Bihar Politics: ‘JDU ने अपने विधायकों पर भरोसा खो दिया, किया जा रहा है परेशान, बेटे और पति को जेल में डाला’- जेडीयू MLA बीमा भारती
Bihar Politics: बिहार में सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नई एनडीए सरकार ने फ्लोर टेस्ट बीते सोमवार को पास कर लिया है. लेकिन पार्टी नेताओं और विधायकों की बयानबाजी तेज होते जा रही है. बीते सोमवार की शाम को जेडीयू विधायक बीमा भारती के पति और बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है. इससे पहले उनके बागी होने की अटकलें चल रही थीं. लेकिन अब जेडीयू विधायक की प्रतिक्रिया आई है.
जेडीयू विधायक ने कहा, ‘मेरे बेटे और पति को जेल में डाल दिया गया. उन्होंने (अधिकारियों ने) कहा कि उन्हें जेल में डालने के लिए ऊपर से दबाव था. वे क्या साबित करना चाहते हैं? सत्ताधारी सरकार के विधायकों को परेशान किया जा रहा है. मैं इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील करता हूं. हम पार्टी (जेडीयू) के साथ हैं लेकिन पार्टी ने अपने विधायकों पर भरोसा खो दिया है, इसलिए ऐसा हो रहा है.’
#WATCH पटना: जेडीयू विधायक बीमा भारती ने कहा, “मेरे बेटे और पति को जेल में डाल दिया गया…उन्होंने (अधिकारियों ने) कहा कि उन्हें जेल में डालने के लिए ऊपर से दबाव था। वे क्या साबित करना चाहते हैं? सत्ताधारी सरकार के विधायकों को परेशान किया जा रहा है…मैं इस पर मुख्यमंत्री नीतीश… pic.twitter.com/I92EpQYynx
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 14, 2024
5 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी- विधायक
वहीं जनता दल (यूनाइटेड) के विधायक सुधांशु शेखर ने एक प्राथमिकी दर्ज कर दावा किया कि उन्हें विश्वास मत से पहले राजद के नेतृत्व वाले ‘महागठबंधन’ में जाने के लिए पार्टी के सहयोगी द्वारा 5 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी. उन्होंने कहा, “मैंने FIR में सारी जानकारी दे दी है. मैं यह सब किसी दबाव में नहीं कर रहा हूं. मुझे 5 करोड़ रुपये और कैबिनेट में मंत्री पद की पेशकश की गई थी. मुझे कई इंटरनेट कॉल आईं लेकिन मैंने उनकी बात नहीं सुनी.”
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विधायक संजीव कुमार ने कहा, “मुझे यकीन है कि सीएम नीतीश कुमार को इसकी जानकारी नहीं है. हमारी पार्टी में कुछ नेता ऐसे हैं जिन्होंने विधायक पर दबाव डाला और एफआईआर दर्ज़ कराने के लिए मजबूर किया.”
बता दें कि बीजेपी के तीन और जेडीयू के दो विधायकों के बगावत करने की अटकलें थीं. हालांकि बाद में ये सभी विधायक विधानसभा पहुंचे और उन्होंने एनडीए के पक्ष में बहुमत के लिए वोट डाला. सरकार के पक्ष में 129 वोट मिले हैं.