NDA के लिए चुनौती बना लोकसभा स्पीकर पद! समझौते के मूड में नहीं BJP, सहयोगी दलों को मिल सकता है डिप्टी स्पीकर का पद
Lok Sabha Speaker Post: हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव 2024 के बाद एनडीए की सरकार बन चुकी है. मोदी 3.0 सरकार की गठन से ही बीजेपी ने स्पष्ट संदेश दे दिया कि वह अपने सहयोगियों के आगे नहीं झुकेगी. पार्टी ने एनडीए में शामिल सहयोगी दलों को यह संकेत दे दिया कि हम गठबंधन का धर्म निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंग, लेकिन सरकार चलाने में कोई समझौता नहीं करेंगे. नए कैबिनेट में भी बीजेपी का ही वर्चस्व दिखा. अब लोकसभा स्पीकर के पद पर भी बीजेपी ने वीटो कर दिया है. जिससे यह साफ हो गया है कि पार्टी स्पीकर पद किसी भी सहयोगी दलों को नहीं देगी. हालांकि, एनडीए के सहयोगी दल को डिप्टी स्पीकर का पद मिल सकता है.
सूत्रों की माने तो लोकसभा स्पीकर का पद भारतीय जनता पार्टी के पास रहेगा और डिप्टी स्पीकर का पद एनडीए की किसी एक सहयोगी दल के पास जा सकती है. पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने एनडीए में शामिल सहयोगी दलों और विपक्ष से चर्चा कर आम राय बनाने की जिम्मेदारी भाजपा के वरिष्ठ नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को दी गई है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के घर हुई बैठक
बीते दिन रविवार को संसद सत्र को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के घर एक बड़ी बैठक हुई. जिसमें बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव, किरण रिजिजू, जेडीयू नेता ललन सिंह, चिराग पासवान शामिल हुए थे. इस बैठक में 18वीं लोकसभा के पहले संसदीय सत्र और स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के पद को लेकर एनडीए उम्मीदवार के लिए चर्चा की थी.
बीजेपी और एनडीए के लिए चुनैती का पल
लोकसभा चुनाव में मिली जीत के साथ एनडीए सत्ता में वापसी कर ली है. वहीं नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री का शपथ ले चुके हैं. इसके अलावा कैबिनेट मंत्रालयों का बंटवारा भी हो चुका है. जिसके बाद अब लोकसभा स्पीकर को लेकर सियासत तेज हो गई है. बिना किसी शोर-शराबे और खिंचतान के मंत्रिमंडल की गठन के बाद बीजेपी और NDA के लिए स्पीकर का पद चुनौती बना हुआ है. पिछली सरकार बीजेपी सांसद ओम बिड़ला स्पीकर का पद संभाले थे. लेकिन मौजूदा सरकार में इस पद को लेकर अभी भी तस्वीरें साफ नजर नहीं आ रही है.
कब से शुरू होगा संसद का विषेष सत्र ?
सूत्रों के हवाले से आ रही खबर के अनुसार, संसद का 8 दिवसीय विशेष सत्र 3 जुलाई तक रहेगा. इस विशेष सत्र में 24 और 25 जून को नए सांसदों का शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है, जबकि 26 जून को लोकसभा स्पीकर का चुनाव हो सकता है. लोकसभा स्पीकर को लेकर विपक्षी नेताओं के बयानों ने खलबली मचा दी है. विपक्ष की ओर से यह भी कहा गया है कि अगर डिप्टी स्पीकर का पद उन्हें नहीं दिया जाता है तो वह स्पीकर पद के लिए भी उम्मीदवार खड़ा कर सकते हैं. विपक्ष इसके लिए तैयारी कर रहा है.