BLA का ट्रेन हाइजैक करना पाकिस्तान ही नहीं, चीन के CPEC के लिए भी खतरे का संकेत! बढ़ेगी टेंशन
जफर एक्सप्रेस ट्रेन हाइजैक
Jaffar Express Train Hijack: पाकिस्तान के हिंसाग्रस्त बलूचिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी ने जफर एक्सप्रेस ट्रेन को अगवा कर पाकिस्तान सरकार को घुटनों पर ला दिया. पाकिस्तान सरकार और वहां की सेना के नाक के नीचे बलोच लड़ाकों ने करीब 450 यात्रियों से भरी ट्रेन को अगवा कर लिया और सुरक्षा एजेंसियों को भनक तक नहीं लगी. BLA के हथियारबंद लड़ाकों ने मंगलवार को क्वेटा से पेशावर जा रही जफर एक्सप्रेस पर हमला करके उसे हाईजैक कर लिया. दक्षिण एशियाई क्षेत्र में ट्रेन को अगवा किए जाने की यह पहली घटना है. इस घटना में बलूच लड़ाकों ने 30 पाकिस्तानी सुरक्षाबलों को मारने का दावा भी किया है. वहीं अगवा किए बच्चों-महिलाओं और बुजुर्गों को लड़ाकों ने छोड़ दिया है. दूसरी तरफ, पाकिस्तानी आर्मी के मुताबिक, अभी तक 155 बंधकों को छुड़ा लिया गया है और 27 लड़ाकों को मार गिराया गया है.
पाक सेना का अभियान जारी
बलोच लिबरेशन आर्मी ने ट्रेन को अगवा करने के साथ ही पाकिस्तान सेना को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई भी सैन्य कार्रवाई की गई तो सभी यात्रियों को मारकर ट्रेन को पूरी तरह नष्ट कर देंगे. बीएलए ने अपनी मांग रखी है कि सभी बलूच राजनीतिक कैदियों को छोड़ जाए. साथ ही नेशनल रेजिस्टेंस एक्टिविस्ट को बिना शर्त रिहा किया जाए. हालांकि, ट्रेन को अगवा किए जाने के बाद पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ का बयान आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि सेना आतंकवादियों से लड़ने में सक्षम है और सभी लोगों को बचा लिया जाएगा.
बलूच लड़ाकों के इस अभियान को बलूचिस्तान क्षेत्र में चलने वाले CPEC प्रोजेक्ट और ग्वादर बंदरगाह के लिए बड़े खतरे के तौर पर देखा जा रहा है. हाल ही में बलूचिस्तान की आजादी के समर्थक सशस्त्र समूहों के गठबंधन बलूच राजी आजोई संगर (BRAS) ने अपनी सैन्य और कूटनीतिक रणनीति के बड़े पुनर्गठन का ऐलान किया था, जिसमें कहा गया था कि वह अपनी सेनाओं को एक केंद्रीकृत कमान के तहत एकजुट करेगा, साथ ही बलूच क्षेत्र में पाक और चीन के खिलाफ अभियान को और तेज करेगा.
ड्रैगन की बढ़ेगी टेंशन
बलूच विद्रोही लगातार इस क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना की बर्बरता के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं और पाक सैनिकों को निशाना बनाते रहे हैं. बलोच लिबरेशन आर्मी की मांग है कि इस इलाके से पाकिस्तान की सेना को हटाया जाए और उन्हें अलग मुल्क का दर्जा दिया जाए. हालांकि, पाकिस्तान की सरकार अभी ऐसी किसी भी मांग को खारिज करती रही है. लेकिन, इस बीच बलोच लड़ाकों ने ट्रेन हाइजैक करके पाकिस्तान के साथ ही चीन की टेंशन को भी बढ़ा दिया है. इस हमले का चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है.
सीपीईसी को निशाना बना रहा BLA
बलूचिस्तान में ग्वादर बंदरगाह में चीन ने भारी निवेश किया है. यह 62 अरब डॉलर वाले महत्वपूर्ण सीपीईसी का एंट्री पॉइंट है. लेकिन पिछले कुछ समय से बलूच लिबरेशन आर्मी रीजन में सीपीईसी और ग्वादर को निशाना बना रही है. बलूच अलगाववादियों का कहना है कि चीन इस प्रांत को अपना उपनिवेश बना रहा है. इसलिए ही ट्रेन हाइजैक के बाद बीएलए ने चीन-पाकिस्तान को पूरा इलाका खाली करने की चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो इसका अंजाम बुरा होगा.