‘मुर्शिदाबाद में हो केंद्रीय बलों की तैनाती’, हिंसा के बाद HC ने दिया आदेश; भीड़ ने पीट-पीटकर पिता-बेटे को मार डाला

विधानसभा नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था नहीं रह गई है. शुभेंदु ने हिंसा को लेकर NIA की जांच की मांग की है.
The violent mob set several vehicles on fire.

हिंसक भीड़ ने कई वाहनों में आग लगा दी.

Murshidabad Violence: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा के बाद कलकत्ता हाईकोर्ट ने केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया है. विधानसभा में नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी की याचिका पर कोर्ट ने यह आदेश दिया है. शनिवार को भीड़ ने पीट-पीटकर पिता-बेटे की हत्या कर दी. जबकि गोली लगने से एक व्यक्ति घायल हो गया. वक्फ कानून के विरोध में 10 अप्रैल से पश्चिम बंगाल में लगातार हिंसक प्रदर्शन देखे जा रहे हैं.

शनिवार को फिर भड़की हिंसा

मुर्शिदाबाद जिले में शनिवार को फिर हिंसा भड़क गई. हिंसक भीड़ ने हरगोविंद दास (पिता) और चंदन दास (बेटे) की पीट-पीटकर हत्या कर दी. दोनों हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां बनाते थे. हिंसा जिले के शमशेरगंज ब्लॉक के धुलियान में हुई. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक हिंसा करने वाले 118 लोगों की अब तक गिरफ्तारी हो चुकी है.

हिंसक भीड़ ने घरों में लूटपाट की और जमकर तोड़फोड़ की. अराजक तत्व अब तक कई गाड़ियों में आग लगा चुके हैं.

शुभेंदु अधिकारी बोले- NIA करे जांच

विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब होती जा रही है लेकिन सरकार कुछ भी नहीं कर रही है. उन्होंने राज्य में हो रही हिंसा की NIA जांच की मांग की है. शुभेंदु ने कहा कि मुर्शीदाबाद की सीमा पश्चिम बंगाल से लगी हुई है. यह इलाका संवेदनशील है. ऐसे में इसकी जांच होनी चाहिए कि हिंसा के पीछे कौन शामिल है.

ममता बोलीं- वक्फ कानून लागू नहीं किया जाएगा

वहीं हाईकोर्ट के केंद्रीय बलों की तैनाती के आदेश पर ममता बनर्जी ने कहा कि इसकी जरूरत नहीं थी. साथ ही ममता बनर्जी ने कहा, ‘राज्य में वक्फ कानून लागू नहीं किया जाएगा. मेरी अपील है कि सब शांत रहें. सबकी जान कीमती है.’

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के ऐलान के बाद प्रदर्शन

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने वक्फ कानून के विरोध में प्रदर्शन का ऐलान किया है. ‘वक्फ बचाव अभियान’ के तहत प्रदर्शन किया जा रहा है. इस प्रदर्शन का पहला फेज 07 जुलाई यानी 87 दिन तक चलेगा. इसमें वक्फ कानून के विरोध में 1 करोड़ हस्ताक्षर कराए जाएंगे. जिसको प्रधानमंत्री मोदी को भेजा जाएगा.

ये भी पढ़ें: Satna: गड्ढे के पानी में डूबकर 3 बच्चियों की मौत, खेलते समय फिसलकर गिरीं; सड़क निर्माण के लिए हुई थी खुदाई

ज़रूर पढ़ें