रूस-यूक्रेन वॉर जोन में भारतीयों की अवैध तस्करी का खुलासा, जांच एजेंसियां सक्रिय, CBI ने की 7 शहरों में छापेमारी
Indian Youth Trapped in Russia: 24 फरवरी 2022 को शुरू हुई रूस और यूक्रेन के बीच जंग अब भी जारी है. दोनों देशों के बीच चल रहे भीषण जंग में रोज चौंकाने वाली बातों का खुलासा हो रहा है. रूस की तरफ से नेपाल और भारत सहित दूसरे कई देशों के लोग भी इस जंग लड़ रहे हैं. इस जंग में कुछ को पैसों के लालच में अपनी मर्जी से तो कुछ को धोखे से शामिल किया जा रहा हैं. वहीं जंग में दो भारतीयों के मारे जाने के बाद केंद्रिय जांच एजेंसियां भी सक्रिय हो गई हैं. इसी क्रम में 7 मार्च, गुरुवार को मामले में CBI दिल्ली समेत देश के 7 शहरों में छापेमारी की है.
मानव तस्करी मामले में 13 स्थानों पर तलाशी
ह्यूमन ट्रैफिकिंग रैकेट मामले में CBI ने दिल्ली, तिरुवनंतपुरम, मुंबई, अंबाला, चंडीगढ़, मदुरै और चेन्नई में 13 स्थानों पर तलाशी ली और कथित तस्करों के जरीए विदेश भेजे गए पीड़ितों के कम से कम 35 मामलों की पहचान की गई है. वहीं मानव तस्करी रैकेट मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी वीजा एजेंटों के खिलाफ कड़े एक्शन ले रही है. बता दें कि कुछ दिन पहले नौकरी के नाम पर रूस पहुंचे हैदराबाद के युवक की मौत की सूचना मिली थी. जांच में पता चला था कि कुछ एजेंटों ने उसे जबरन रूसी सेना में भर्ती करवा दिया और यूक्रेन के खिलाफ लड़ाई में उसकी मौत हो गई. अब तक इस जंग में 2 भारतीयों की मौत हो चुकी है.
सोशल मीडिया का कर रहे इस्तेमाल
मामले की जानकारी देते हुए सीबीआई प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘यह तस्कर एक सिंडिकेट के रूप में काम कर रहे हैं और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के साथ अपने स्थानीय एजेंटों के माध्यम से भारतीयों को रूस में मोटी सैलरी का झांसा दे रहे हैं. इसके बाद तस्करी किए गए भारतीय युवकों को रूस में जबरन या धोखे से सेना में भर्ती किया जा रहा है, फिर उन्हें जंग में लड़ने के लिए फ्रंटलाइन सीमा पर भेज दिया जाता है. उन्होंने कहा कि इससे युवाओं का जीवन गंभीर खतरे में पड़ गया है. यह भी पता चला है कि कुछ युवा युद्ध क्षेत्र में गंभीर रूप से घायल हुए हैं.
यह भी पढ़ें: Russia: रूस की सेना में फंसे भारतीयों के लिए डिमांड पर विदेश मंत्रालय का जवाब, जानिए क्या कहा
दो दर्जन से अधिक मामले आए सामने
हाल में इस तरह के दो दर्जन से अधिक मामले सामने आए हैं. पंजाब के होशियारपुर से नए साल में रूस घूमने पहुंचे 7 युवकों जबरन रूसी सेना में भर्ती किया गया और लड़ने के लिए यूक्रेन भेज दिया गया. तीन दिन पहले उन्होंने वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर भारतीय सरकार से मदद की गुहार लगाई. युवकों ने बताया कि बेलारूस में एजेंट ने उन्हें रूसी सेना के हवाले कर दिया और कहा कि वह या सेना में भर्ती हो जाएं या 10 साल की जेल की सजा को तैयार रहें. फिर रूस में 15 दिन की ट्रेनिंग के बाद उन्हें लड़ने के लिए यूक्रेन भेज दिया गया. उन्होंने ने आशंका जताई थी कि उन्हें कुछ दिनों में फ्रंटलाइन पर लड़ने के लिए भेजा जा सकता है.