चिराग पासवान की बढ़ी सुरक्षा, गृह मंत्रालय ने दी Z कैटेगरी सिक्योरिटी

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने चिराग पासवान को CRPF की Z कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की है. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास गुट) के मुखिया चिराग की सुरक्षा में पहले SSB के कमांडो तैनात रहते थे.
Chirag Paswan

चिराग पासवान

बिहार के हाजीपुर लोकसभा सीट से सांसद और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की सुरक्षा में बदलाव किया गया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने चिराग पासवान को CRPF की Z कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की है. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास गुट) के मुखिया चिराग की सुरक्षा में पहले SSB के कमांडो तैनात रहते थे. लेकिन अब गृह मंत्रालय से इसे बदल दिया है. यह बदलाव IB की थ्रेट रिपोर्ट के बाद किया गया है.

मिल रही जानकारी के मुताबिक Z कैटेगरी के तहत अब से चिराग पासवान की सुरक्षा में कुल 33 सुरक्षागार्ड तैनात रहेंगे. इनके साथ ही 10 आर्म्ड स्टैटिक गार्ड उनके घर पर भी रहेंगे. इसके अलावा 6 राउंड द क्लॉक पीएसओ, तीन शिफ्ट में आर्म्ड स्कॉर्ट के 12 कमांडो, वाचर्स शिफ्ट में 2 कमांडो और 3 ट्रेंड ड्राइवर राउंड द क्लॉक मौजूद रहेंगे.

इधर, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास गुट) ने सुरक्षा में बदलव को लेकर कहा है कि यह फैसला गृह मंत्रालय का है. केंद्रीय मंत्री बनने के बाद चिराग पासवान की सुरक्षा को गृह मंत्रालय ने बदला है.

इधर, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास गुट) ने सुरक्षा में बदलव को लेकर कहा है कि यह फैसला गृह मंत्रालय का है। केंद्रीय मंत्री बनने के बाद चिराग पासवान की सुरक्षा को गृह मंत्रालय ने बदला है।

यह भी पढ़ें: एअर इंडिया की फ्लाइट में बम की धमकी, विमान को दिल्ली डायवर्ट किया गया, न्यूयॉर्क जा रही थी फ्लाइट

मोदी के हनुमान हैं चिराग

पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल में चिराग पासवान को केंद्र में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय का जिम्मा संभाल रहे हैं. उनकी पार्टी 2014 से ही मोदी सरकार का हिस्सा रही है. चिराग ने कई मौकों पर खुद को नरेंद्र मोदी का हनुमान बताया है.

सरकार के खिलाफ भी रहें चिराग

NDA में रहते हुए चिराग ने कई बार सरकार के खिलाफ बयान दिया है. पिछले कुछ महीनों में चिराग पासवान ने सरकार के खिलाफ आवाज उठाई है. चिराग ने आरक्षण में क्रिमी लेयर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सरकार से अलग जाकर आदेश का विरोध किया था. इसी मुद्दे पर बुलाए गए भारत बंद का चिराग ने समर्थन किया था. सरकार की तरफ से केंद्रीय मंत्रालयों में लेट्रल एंट्री पर भी चिराग ने सरकार का विरोध किया था.

ज़रूर पढ़ें