“भाजपा के लिए राहुल गांधी जैसे ‘नमूने’…”, CM Yogi का बड़ा बयान, बोले- इनका ‘भारत जोड़ो’ ‘भारत तोड़ो अभियान’, भड़की कांग्रेस

सीएम योगी ने राहुल गांधी को बताया 'नमूना'
CM Yogi Adityanath: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यूज एजेंसी के पॉडकास्ट में जहां अखिलेश यादव पर निशाना सादा वहीं उन्होंने राहुल गांधी को लेकर बड़ा बयान दिया है. सीएम योगी ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी को ‘नमूना’ बताया है. पॉडकास्ट में सीएम योगी ने राहुल गांधी के ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर भी बड़ा जुबानी हमला किया है. सीएम यज्ञ के इस बयान के बाद कांग्रेस भड़क गई है.
‘राहुल गांधी जैसा नमूना…’- CM Yogi
पॉडकास्ट में राहुल गांधी के ऊपर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कटाक्ष किया. योगी ने राहुल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनकी मौजूदगी बीजेपी के लिए जरूरी है, क्योंकि वे अनजाने में पार्टी का रास्ता साफ करते हैं. लोकसभा के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- ‘इनका ‘भारत जोड़ो’ ‘भारत तोड़ो अभियान’ का हिस्सा है. अगर वे दक्षिण में जाएंगे, तो उत्तर भारत की निंदा करेंगे. उत्तर में आएंगे, तो दक्षिण की निंदा करेंगे. अगर वे भारत के बाहर जाएंगे, तो भारत की निंदा करेंगे. इनके आचरण को देश समझ चुका है. लेकिन भारत की राजनीति में भाजपा के लिए राहुल गांधी जैसे कुछ नमूने जरूर रहने चाहिए, जिससे एक रास्ता हमेशा के लिए साफ होता रहे.’
संसदीय भाषा लोकतंत्र की शक्ति- कांग्रेस
राहुल गांधी को ‘नमूना’ बताने वाले सीएम योगी के बयान पर कांग्रेस भड़क गई है. कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को ‘नमुना’ कहने पर कहा- ‘मैं इसकी घोर निंदा करता हूं. किसी नेता के लिए ऐसे अपशब्दों के प्रयोग से बचना चाहिए और इसपर पुनर्विचार करना चाहिए. कहने को तो मैं भी प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और किसी नेता के लिए कुछ कह सकता हूं, लेकिन संसदीय भाषा लोकतंत्र की शक्ति है.’
यह भी पढ़ें: RJD से ‘प्यार’, तेजस्वी से इनकार! बिहार चुनाव में कैसे होगी कांग्रेस की नैय्या पार?
राजद ने भी जताई नाराजगी
RJD सांसद मनोज झा ने यूपी के मुख्यमंत्री द्वारा राहुल गांधी को ‘नमुना’ कहने पर नाराजगी जताई है. मनोज झा ने कहा- ‘सीएम योगी का दर्शन बहुत संकुचित और संकीर्ण है. संविधान, संविधान के मर्म से उन्हें कोई मतलब नहीं. यह लोकतंत्र के लिए चिंता का विषय है कि ऐसे लोग ओहदेदार बनकर बैठे हैं.’