‘पीएम मोदी से मिलने में 4 दिन लगे, राहुल गांधी व्यस्त रहते हैं…’, Acharya Pramod Krishnam ने कांग्रेस पर साधा निशाना

Acharya Pramod Krishnam ने AICC अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर भी जनकर निशाना साधा है.
Acharya Pramod Krishnam

कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम

Acharya Pramod Krishnam News: लोकसभा चुनाव से पहले देश में सियासी हलचल तेज हो गई है. आम चुनाव से पहले नेताओं की बयानबाजी भी तेज हो गई है. कई नेताओं के सुर भी बदले-बदले से नजर आ रहे हैं. नेताओं के बदले सुर और सियासी तेवर से कई पार्टियों के सियासी समीकरण बिगड़ते दिख रहे हैं. ऐसा ही कुछ देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के साथ हो रहा है. पार्टी के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तुलना करते हुए कांग्रेस सासंद राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला है.

कांग्रेस को लग सकता है एक और बड़ा झटका

राहुल गांधी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तुलना कर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बड़ा हमला करते हुए बोला कि प्रधानमंत्री से मिलना आसान है, राहुल गांधी व्यस्त रहते हैं. उनके इस बयान से बिहार में नीतीश कुमार के झटके से डैमेज कंट्रोल में जुटी INDIA गठबंधन का नेतृत्व करने वाली कांग्रेस पार्टी को एक और बड़ा झटका लगता दिख रहा है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के करीबी नेता माने जाने वाले नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने AICC अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर भी जनकर निशाना साधा है.

‘कई नेता राहुल गांधी से मांग रहे मिलने का समय’

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, ‘प्रधानमंत्री से मिलने में मुझे 4-5 दिन लगा, राहुल व्यस्त रहते हैं’. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी 6-7 महीने की यात्रा में रहे और वह थोड़ा कम मिलते हैं. उन्होंने यह दावा किया कि कांग्रेस के कई बड़े नेता राहुल गांधी से लंबे समय से मिलने का वक्त मांग रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘अब राहुल जी के पास जब समय होगा तभी तो समय देंगे. हो सकता है उन्हें लगता हो कि यह समय की बर्बादी है. यह सच है जौ मैंने बताया.’

यह भी पढ़ें: RBI Repo Rate: लोन भरने वालों को राहत, ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं, लगातार 7वीं बार हुआ फैसला

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर तंज

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने जोर देते हुए कहा कि बड़े नेता को मर्यादा और भाषा का खास ध्यान रखना चाहिए. कार्यकर्ताओं से ही पार्टी बनती है. पार्टी के कार्यकर्ता कर्मठ और कर्मवीर होते हैं. उन्होंने आगे कहा कि सभी पार्टियां कार्यकर्ताओं के खून-पसीने की बुनियाद पर खड़ी हुई हैं. कांग्रेस पार्टी भी कार्यकर्ताओं के बुनियाद पर ही खड़ी है. कार्यकर्ताओं को लेकर जिस तरह की भाषा का प्रयोग किया गया, उससे न सिर्फ मुझे बल्कि कई कार्यकर्ताओं को ठेस पहुंची है. इसके लिए उन्हें कार्यकर्ताओं से माफी मांगनी चाहिए.

ज़रूर पढ़ें