हरियाणा में ‘हाथ’ के बदले हालात तो EC पहुंचे कांग्रेस नेता, EVM को लेकर की ये मांग

पवन खेड़ा ने बताया कि मतगणना के दिन कुछ मशीनें 99% पर थीं, जबकि अन्य मशीनें सामान्यत: 60-70% पर थीं. हमने मांग की है कि इन मशीनों को जांच पूरी होने तक सील कर दिया जाए. हम अगले 48 घंटों में और शिकायतें पेश करेंगे.”
Pawan Khera

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा

Haryana Election: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के परिणाम कांग्रेस पार्टी के लिए एक झटके के रूप में सामने आए हैं. जब चुनाव परिणाम घोषित हुए, तो पार्टी नेताओं ने एक बार फिर चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए नतीजों को अस्वीकार किया. इसके बाद, बुधवार को कांग्रेस नेताओं ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की.

चुनाव आयोग से कांग्रेस की शिकायतें

मीटिंग के बाद कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने जानकारी दी कि पार्टी के वरिष्ठ नेता जैसे कि केसी वेणुगोपाल, अशोक गहलोत, जयराम रमेश, अजय माकन और भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की. उन्होंने कहा, “हमने चुनाव आयोग को 20 शिकायतें दी हैं, जिनमें से 7 शिकायतें 7 अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों से लिखित में हैं.” इससे पहले चुनाव आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र लिखकर मुलाकात का समय दिया था और चुनाव परिणामों पर सवाल उठाने के लिए पार्टी की आलोचना की थी.

आगे की कार्रवाई की तैयारी

पवन खेड़ा ने बताया कि मतगणना के दिन कुछ मशीनें 99% पर थीं, जबकि अन्य मशीनें सामान्यत: 60-70% पर थीं. हमने मांग की है कि इन मशीनों को जांच पूरी होने तक सील कर दिया जाए. हम अगले 48 घंटों में और शिकायतें पेश करेंगे.”

उन्होंने आगे कहा, “चुनाव आयोग ने हमें आश्वासन दिया है कि वे हमारे मामलों पर गौर करेंगे और प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारियों से परामर्श करने के बाद हमें जवाब देंगे. शिकायतें 20 विधानसभा क्षेत्रों से थीं, और हम दस्तावेज आयोग को सौंप चुके हैं. अगले 48 घंटों में 13 और विधानसभा क्षेत्रों से शिकायतें भी भेजी जाएंगी.”

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ये नतीजे चौंकाने वाले हैं: हुड्डा

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने चुनाव परिणामों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “ये नतीजे चौंकाने वाले हैं. सभी को लगता था कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनेगी. चाहे आईबी हो, विशेषज्ञ हों या सर्वे रिपोर्ट, सबका यही मानना था. लेकिन जब पोस्टल बैलेट की गिनती शुरू हुई तो कांग्रेस हर जगह आगे थी, जबकि ईवीएम की गिनती में कांग्रेस पीछे रह गई. हमें कई शिकायतें मिली हैं, और कई जगहों पर वोटों की गिनती में देरी हुई. चुनाव आयोग ने हमें आश्वासन दिया है कि वे सभी शिकायतों पर ध्यान दे रहे हैं.” कांग्रेस के इन आरोपों ने हरियाणा की राजनीतिक पिच पर नई बहस को जन्म दिया है, जहां नतीजों के बाद सियासी समीकरण बदलने की संभावना बनी हुई है.

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