‘भारत में आर्थिक अस्थिरता की साजिश’, हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर BJP का बयान, कहा- ये कांग्रेस की चाल है

Hindenburg Report: हिंडनबर्ग रिसर्च की हालिया रिपोर्ट पर बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट शनिवार को जारी हुई है, रविवार को हल्ला मचता है ताकि सोमवार को पूरे कैपिटल मार्केट को अस्थिर कर दिया जाए.
Hindenburg Report

रवि शंकर प्रसाद, ( बीजेपी सांसद )

BJP On Hindenburg Report: हिंडनबर्ग रिसर्च एक बार फिर सुर्खियों में है और गौतम अडानी के बाद अब निशाने पर हैं मार्केट रेग्युलेटर सेबी की चीफ माधुरी पुरी बुच, जिन पर शॉर्ट सेलर फर्म ने अडानी ग्रुप से सांठगांठ के कई गंभीर आरोप लगाए हैं. हिंडनबर्ग रिसर्च की हालिया रिपोर्ट पर बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने प्रतिक्रिया दी है. जिसमें उन्होंने कहा, “भारत के लोगों द्वारा ठुकराए जाने के बाद, कांग्रेस पार्टी, उसके सहयोगियों और टूलकिट गिरोह ने मिलकर भारत में आर्थिक अराजकता और अस्थिरता लाने की साजिश रची है?

रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट शनिवार को जारी हुई है, रविवार को हल्ला मचता है ताकि सोमवार को पूरे कैपिटल मार्केट को अस्थिर कर दिया जाए…शेयरों के मामले में भी भारत एक सुरक्षित, स्थिर और आशाजनक बाजार है .यह सुनिश्चित करना SEBI की कानूनी जिम्मेदारी है कि बाजार सुचारु रूप से चले…जब SEBI ने जुलाई में अपनी पूरी जांच पूरी करने के बाद, जो कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में की गई थी, हिंडनबर्ग के खिलाफ नोटिस जारी किया, तब अपने बचाव के पक्ष में कोई जवाब दिए बिना उन्होंने यह हमला किया है, यह बेबुनियाद हमला है.”

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सेबी, पीएम और वित्त मंत्री कब जवाब देंगे? कांग्रेस

वहीं, हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, “हिंडनबर्ग द्वारा उठाए गए तथ्यात्मक और बिंदुवार मुद्दों पर SEBI, पीएम और निर्मला सीतारमण जवाब कब देंगे? हम उस तारीख का इंतजार कर रहे हैं…क्या उसने अगोरा पर प्रतिक्रिया दी? क्या उन्होंने इस बात का जवाब दिया कि SEBI चेयरपर्सन बनने के बाद भी उन्होंने अपनी ईमेल आईडी से पैसों के लिए मेल भेजा था? SEBI अध्यक्ष बनने से पहले क्या उन्होंने ऑफ-शोर कंपनियों में अपने निवेश का खुलासा किया था? क्या भारत सरकार को संदेह था कि उनकी कंपनियों का गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी की विदेशी कंपनियों में निवेश था?

अगर उनके पास ऐसी जानकारी थी तो उन्हें SEBI चेयरपर्सन क्यों बनाया गया? अगर उनके पास जानकारी नहीं थी तो वे सत्ता में रहकर क्या कर रहे हैं? अगर उन्हें यह नहीं पता तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए…”

SEBI ने अपने बयान में क्या कहा?

हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट पर SEBI ने भी बयान जारी किया है. SEBI ने कहा, ‘रिपोर्ट में अन्य बातों के अलावा दावा किया गया है कि SEBI ने अडानी समूह के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है. यह 27 जून, 2024 को हिंडनबर्ग रिसर्च को कारण बताओ नोटिस जारी करने की SEBI की कार्रवाई पर सवाल उठाता है. गौरतलब है कि हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अडानी ग्रुप के खिलाफ लगाए गए आरोपों की SEBI ने विधिवत जांच की है.

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