दिल्ली चुनाव में CAG रिपोर्ट की एंट्री, ‘शीश महल’ पर 34 करोड़ खर्च करने के आरोप, कभी केजरीवाल ने कैग के हवाले से शीला दीक्षित को किया था सत्ता से बेदख़ल!

CAG की रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में शुरू हुए सीएम के सरकारी आवास के नवीनीकरण के दौरान कई लग्जरी वस्तुएं खरीदी गईं.
Arvind Kejriwal

अरविंद केजरीवाल

Delhi Election 2025: दिल्ली की सियासत में बीजेपी नेता बिधूड़ी के बिगड़े बोल, सीएम आतिशी के आंसू और ‘शीश महल’ में कथित भ्रष्टाचार का मुद्दा छाया हुआ है. सोमवार को बिधूड़ी के बयान की आलोचना करते-करते दिल्ली की सीएम आतिशी भावुक हो गईं, तो वहीं बीजेपी ने भी CAG (नियंत्रक और महालेखा परीक्षक) के हवाले से अरविंद केजरीवाल पर हल्ला बोला. कांग्रेस नेता भी कभी बिधूड़ी के विवादित बयान तो कभी केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के कथित ‘शीशमहल’ को निशाना बनाते दिखे. सोमवार को भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर उनके फ्लैगस्टाफ रोड स्थित सरकारी आवास के नवीनीकरण में वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया. बीजेपी ने यह आरोप CAG की रिपोर्ट के आधार पर लगाया, जिसमें इस खर्च को लेकर 139 सवाल उठाए गए हैं. भाजपा ने इसे केजरीवाल के “काले कारनामों” का खुलासा बताया है.

कैग यानी CAG की इस रिपोर्ट से आम आदमी पार्टी असहज नज़र आती दिखाई दी. क्योंकि, इतिहास गवाह है कि जब भी भ्रष्टाचार या धन के दुरुपयोग से जुड़ी कैग की रिपोर्ट चुनाव से ठीक पहले सार्वजनिक हुई है, उसने सत्ता में बैठे दल के लिए मुसीबत ही खड़ी की है. उदाहरण के तौर पर यही अरविंद केजरीवाल एक वक़्त में शीला दीक्षित की सरकार पर कैग की रिपोर्ट को ही आधार बनाकर लगातार हमला बोलते रहे. अंजाम सभी ने देखा था कि कैसे एक साल के भीतर गठित पार्टी ने दिल्ली की सियासत में अपना पैर जमा लिया.

CAG रिपोर्ट में सामने आया खर्च

बीजेपी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया कि 2022 तक CAG की रिपोर्ट में तत्कालीन सीएम के सरकारी बंगले के नवीनीकरण पर 33.86 करोड़ रुपये खर्च दिखाया गया. इसमें ऐशों-आराम की इतनी चीजें हैं कि इसे ‘शीश महल’ नाम दिया गया है. सचदेवा ने आरोप लगाए कि केजरीवाल की तरफ़ से बंगले में 33.86 करोड़ रुपये से भी ज़्यादा पैसे लगे हैं. उन्होंने कहा, ”यह रिपोर्ट 2022 तक के खर्च की है. 2023 और 2024 के खर्चों का कोई विवरण नहीं है. हमारी जानकारी के मुताबिक, यदि बंगले में इस्तेमाल की गई वस्तुओं की सूची जोड़ी जाए, तो यह खर्च 75-80 करोड़ रुपये तक पहुंचता है.”

’एडवरटाइजमेंट बाबा’: योजना से अधिक विज्ञापन की लागत

भारतीय जनता पार्टी ने CAG की रिपोर्ट के हवाले से अरविंद केजरीवाल पर उनकी विज्ञापन वाली नीतियों पर भी हमला किया. बीजेपी नेता संबित पात्रा ने प्रेस को संबोधित करते हुए केजरीवाल को ‘एडवरटाइजमेंट बाबा’ कहकर कटाक्ष किया. उन्होंने CAG की रिपोर्ट के हवाले से बताया कि दिल्ली की AAP सरकार ने योजनाओं की लागत से कहीं ज्यादा विज्ञापन पर खर्च कर डाले. दिल्ली सरकार के ‘बिजनेस ब्लास्टर’ प्रोग्राम को लागू करने में कुल लागत 54 करोड़ रुपये आई. लेकिन, विज्ञापन पर इसके लिए 80 करोड़ रुपये खर्च डाले. वहीं, दूसरी स्कीम ‘देश के मेंटर’ इसके लिए 1.9 करोड़ रुपये इन्वेस्ट किए, लेकिन विज्ञापन पर 27.9 करोड़ रुपये खर्च कर डाले. पात्रा ने आरोप लगाए कि AAP की सरकार ने विज्ञापनों के ज़रिए टैक्स-पेयर्स के पैसे की लूट मचाई.

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भाजपा का तीखा हमला

भाजपा नेता केशवन ने कहा, “अरविंद केजरीवाल ने सच्चाई को दबाया है और अब वह ‘शीश महल’ के आदमी के रूप में बदनाम हो चुके हैं. कोविड के समय जब लोग खाने-पीने की चीजों के लिए संघर्ष कर रहे थे, तब AAP सरकार ने जनता के पैसे का दुरुपयोग किया. CAG की रिपोर्ट ने इन घोटालों का पर्दाफाश किया है. पिछले एक दशक में AAP सरकार ने दिल्ली को कर्ज में डुबो दिया और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया.”

उन्होंने आगे कहा, “दिल्ली की जनता ने अब समझ लिया है कि AAP ने प्रशासन को पटरी से उतार दिया है. आगामी विधानसभा चुनावों में जनता AAP को इतिहास के कूड़ेदान में फेंक देगी और भाजपा को आशीर्वाद देगी ताकि दिल्ली देश की प्रगति की कहानी में अपनी उचित भूमिका निभा सके.”

कोविड काल में बना ‘शीश महल’

CAG की रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में शुरू हुए सीएम के सरकारी आवास के नवीनीकरण के दौरान कई लग्जरी वस्तुएं खरीदी गईं. इनमें 88-इंच का OLED टीवी, जिसकी क़ीमत 28.9 लाख रुपये बताई जा रही है, वहीं 10 अन्य OLED टीवी (43.9 लाख रुपये), हाई-एंड फ्रिज (3.2 लाख रुपये) और जकूज़ी, सॉना और स्पा सुविधाएं (19.5 लाख रुपये) शामिल हैं. इसके अलावा, सात नौकरों के क्वार्टर के निर्माण पर 19.8 करोड़ रुपये खर्च हुए.

विपक्ष ने बनाया चुनावी मुद्दा

भाजपा और कांग्रेस दोनों ने इस विवाद को आगामी दिल्ली विधानसभा चुनावों में प्रमुख मुद्दा बना दिया है. दोनों पार्टियों ने कोविड महामारी के दौरान जनता के पैसे का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए केजरीवाल पर निशाना साधा है. कांग्रेस के नई दिल्ली से उम्मीदवार संदीप दीक्षित तो पहले ही केजरीवाल के आवास को लेकर उन्हें निशाने पर लिए हुए हैं. कांग्रेस के नेता ख़ास तौर पर अरविंद केजरीवाल के उन पुराने भाषणों का ज़िक्र कर रहे हैं, जब वे बड़े बंगले की मुखालफत किया करते थे और ख़ुद को आम आदमी के तौर पर प्रोजेक्ट कर रहे थे.

बहरहाल दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुख्य रूप से तीन दल AAP, कांग्रेस और बीजेपी तगड़ी फाइट लड़ रहे हैं. कई सीटों पर मुक़ाबला त्रीकोणीय दिखाई दे रहा हैं. हालाँकि, अधिकांश सीटें ऐसी हैं जहां बीजेपी और आम आदमी पार्टी की आमने-सामने की लड़ाई है. ऐसे में मुद्दों की धार लगातार तेज़ हो रही है और हर दिन जंग का नया अखाड़ा देखा जा रहा है.

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