Delhi Liquor Policy Case: घोटाले में चरणप्रीत-विनोद की अहम भूमिका, केजरीवाल से क्या है कनेक्शन? ED ने चार्जशीट में किया खुलासा
Delhi Liquor Policy Case: दिल्ली शराब घोटाले में ईडी की नई चार्जशीट में बड़ी जानकारी सामने आई है. आबकारी नीति में आम आदमी पार्टी से लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भूमिका तक के बारे में ईडी ने अपनी चार्जशीट में खुलासा किया है. इसके अलावा, ईडी ने हवाला के जरिए पैसे ट्रांसफर होने में चरणप्रीत को आरोपी बताया है. जबकि केजरीवाल और अपराध की आय को हैंडल करने वाले विनोद चौहान के बीच हुए डायरेक्ट मैसेज को सबूत के तौर पर कोर्ट में पेश किया है. एक मीडिया रिपोर्ट में ईडी चार्जशीट डिटेल्स का हवाला देते हुए बैंक नोट, सीरियल नंबर और व्हाट्सऐप चैट का सिलसिलेवार जिक्र किया गया है.
ईडी ने अपने चार्जशीट में स्पष्ट कहा है कि शराब घोटाले में आम आदमी पार्टी भी शामिल है. चार्जशीट में AAP को आरोपी नंबर 38 बताया गया है. इसी संबंध में पार्टी के कर्ताधर्ता को 12 जुलाई को तलब किया गया है. ईडी के आरोपपत्र के मुताबिक, शराब नीति में कुल 100 करोड़ की रिश्वत ली गई है. इसमें से गोवा विधानसभा चुनाव के लिए AAP को 45 करोड़ रुपए दिए गए हैं. ये पैसे हवाला के जरिए गोवा ट्रांसफर किए गए और फिर चुनाव प्रचार में इस्तेमाल किए गए. इस तरह से केजरीवाल के नेतृत्व वाली AAP ने अपराध की आय के 45 करोड़ रुपये उपयोग किए और उसे छुपाने की गतिविधियों में शामिल रहे हैं.
ये भी पढ़ें- Farmers Protest: ‘बैरिकेडिंग हटाए हरियाणा सरकार’, HC ने एक हफ्ते में शंभू बॉर्डर खोलने का दिया आदेश
ईडी के बास सबूत मौजूद
चार्जशीट में ईडी ने बताया कि आरोपी विनोद चौहान के मोबाइल से हवाला नोट नंबर के काफी स्क्रीन शॉट बरामद हुए हैं, जो इनकम टैक्स ने भी पहले बरामद किए थे. ये स्क्रीन शॉट दर्शाते हैं कि कैसे विनोद चौहान प्रोसीड ऑफ क्राइम यानी अपराध से अर्जित आय को दिल्ली से गोवा हवाला के जरिये ट्रांसफर कर रहा था. हवाला से गोवा पहुंचे पैसे को वहां मौजूद चरणप्रीत सिंह मैनेज कर रहा था. हवाला के जरिये गोवा भेजे गए पैसे को लेकर विनोद चौहान और अभिषेक बोइनपल्ली के बीच जो बातचीत हुई उसके सबूत भी ईडी के पास मौजूद हैं.
ईडी का कहना है कि ये मनी ट्रेल सीधे तौर पर साबित करता है कि कैसे साउथ ग्रुप से बतौर रिश्वत अपराध से अर्जित पैसा आम आदमी पार्टी ने गोवा इलेक्शन में इस्तेमाल किया था. ईडी का कहना है कि हवाला मनी ट्रांसफर से जुड़े विनोद चौहान और अभिषेक के बीच व्हाट्सएप चैट भी मौजूद है. ईडी ने हवाला टोकन मनी का स्क्रीनशॉट भी मुहैया कराया है.
घोटाले में चरणप्रीत की भूमिका
ईडी का कहना है कि गोवा चुनाव में हवाला के जरिए 45 करोड़ रुपये प्राप्त करने में चरणप्रीत सिंह की अहम भूमिका रही है. चरणप्रीत के बैंक खाते का विवरण खंगाला गया है. उसे AAP से सीधे 1 लाख रुपए से ज्यादा प्राप्त हुए थे. चरणप्रीत सिंह चैरियट प्रोडक्शंस मीडिया का कर्मचारी था और 2020 से फ्रीलांस के तौर पर AAP के गोवा चुनावी अभियान (मार्च 2022 तक) का हिस्सा बना था.
केजरीवाल पर गुमराह करने का आरोप
चार्जशीट में कहा गया है कि अरविंद केजरीवाल और सी अरविंद (मनीष सिसोदिया के तत्कालीन सचिव) के बीच विरोधाभासी बयान से यह साबित होता है कि कैसे अरविंद केजरीवाल ने जांच को गुमराह करने की कोशिश की है. एजेंसी ने यह भी कहा कि इस मामले में बड़ी संख्या में सबूत भी नष्ट किए गए हैं. यह बड़ी साजिश का संकेत देते हैं. चार्जशीट से पता चला कि गोवा चुनाव के लिए 45 करोड़ रुपये भेजने के लिए कैसे हवाला के जरिए ट्रांसफर किए गए.
विनोद चौहान ने हवाला के जरिए पैसे भेजे
ईडी की चार्जशीट के अनुसार, विनोद चौहान के फोन से कुछ ऐसी तस्वीरें मिली हैं, जो दावों को और पुख्ता करती हैं. फोटोज के अनुसार बैंक नोट के सीरियल नंबर, आईटी डेटा में जब्त किए गए नोट के सीरियल नंबर से मेल खाते हैं. ये सबूत दिल्ली से गोवा तक रिश्वत ट्रांसफर करने में चौहान की भूमिका को साबित करते हैं. एक अन्य आरोपी अशोक कौशिक ने भी अपने बयानों में पुष्टि की कि उसने अभिषेक बोइनपल्ली (साउथ ग्रुप का सदस्य) के निर्देश पर विनोद चौहान को दो बैग दिए थे.
कोर्ट ने चार्जशीट को संज्ञान में लिया
फिलहाल, ईडी की चार्जशीट को कोर्ट ने संज्ञान लिया है. गुरुवार को सुनवाई करेगी. ये सातवीं पूरक चार्जशीट है. इसमें ईडी ने केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को आरोपी बनाया है. चार्जशीट में कुल 38 आरोपी हैं. इसमें 37वें नंबर पर अरविंद केजरीवाल हैं. इसके ठीक बाद 38वें नंबर पर आम आदमी पार्टी का नाम बतौर आरोपी दर्ज है. चार्जशीट के मुताबिक केजरीवाल इस पूरे मामले के किंगपिन यानी धुरी हैं और साजिशकर्ता हैं.