इंडी ब्लॉक में मतभेद, उद्धव ने कांग्रेस के दावे वाली सीट उतारा कैंडिडेट, 15 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी
Maharashtra Assembly Election 2024: शिवसेना उद्धव गुट ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी दूसरी सूची जारी की है. इस सूची के मुताबिक शिवसेना उद्धव गुट ने 15 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है. इस लिस्ट के जारी होने के बाद से इंडी ब्लॉक में सबकुछ ठीक नहीं दिख रहा है. यूपी के बाद अब कांग्रेस को महाराष्ट्र में भी अपने पैर पीछे खींचने पड़ रहे हैं. महाराष्ट्र की जिस बायकुला सीट पर कांग्रेस अपना दावा कर रही थी. शिवसेना उद्धव गुट ने बायकुला से मनोज जमसुतकर को मैदान में उतार दिया है.
यूपी के बाद महाराष्ट्र में खेल
बीते दिनों, यूपी उपचुनाव में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कांग्रेस को ठेंगा दिखते हुए चुनाव से बाहर कर दिया था. 9 सीटों पर होने वाले उपचुनाव से सभी उम्मीदवार सपा के सिंबल से चुनाव में उतरेंगे. यूपी में पैर पीछे खींचने के बाद अब राहुल गांधी को महाराष्ट्र में भी पैर पीछे लेना पड़ रहा है. महाराष्ट्र चुनाव में जिस बायकुला सीट पर राहुल गांधी अपना उम्मीदवार उतारने का सपना देख रहे थे उद्धव गुट ने उसपर अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है.
इन सीट पर दावेदारी
बता दें, इससे पहले शिवसेना उद्धव गुट ने 65 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की थी. पार्टी ने अभी वर्सोवा सीट पर उम्मीदवार घोषित नहीं किया है. दूसरी लिस्ट में जिन 15 उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है, उनमें धुले शहर – अनिल गोटे, चोपड़ा (आज) – राजू तडवी, जलगांव शहर- जयश्री सुनील महाजन, बुलढाणा- जयश्री शेलके, दिग्रस- पवन श्यामलाल जयसवाल, हिंगोली- रूपाली राजेश पाटिल, परतुर- आसाराम बोराडे, देवलाली (अजा) योगेश घोलप, कल्याण, पश्चिम-सचिन बसारे, कल्याण पूर्व – धनंजय बोडारे, वडाला- श्रद्धा श्रीधर जाधव, शिवडी-अजय चौधरी, बायकुला-मनोज जामसुतकर, श्रीगोंडा- अनुराधा राजेंद्र नागवाडे, कंकावली-संदेश भास्कर पारकर का नाम शामिल है.
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लोकसभा चुनाव में महा विकास अघाड़ी में सबसे ज्यादा 21 सीटों पर शिवसेना ने चुनाव लड़ा था. लेकिन सिर्फ 9 सीटें पर ही उन्होंने जीत हासिल की थी. हालांकि, उनके गठबंधन से उनके दोनों सहयोगियों, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) को बहुत फायदा हुआ था. यही कारण है कि ठाकरे विधानसभा चुनाव में अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने पर अड़े हुए हैं.
अस्तित्व की लड़ाई
विधानसभा चुनाव में उद्धव ठाकरे के सामने सबसे बड़ी चुनौती सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना है. इस चुनाव में दोनों पार्टियों का अस्तित्व दांव पर है. एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद विधानसभा चुनाव में पहली बार दोनों शिवसेना एक दूसरे के सामने हैं. ऐसे में दोनों ही पार्टी के लिए ज्यादा से ज्यादा सीट जीत जकर अपने पार्टी के अस्तित्व को बरकरार रखना है.