चीन में भूकंप से तबाही, 95 की मौत, दर्जनों लोग घायल,भारत-नेपाल में भी महसूस हुए झटके

Earth Quake: 7 जनवरी की सुबह दिल्ली-NCR से लेकर बिहार और पश्चिम बंगाल में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. ये भूकंप मंगलवार सुबह 6 बजकर 35 मिनट पर महसूस किया गया.
Earth Quake

7 जनवरी की सुबह भारत का कई राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं

Earth Quake: मंगलवार, 7 जनवरी की सुबह दिल्ली-NCR से लेकर बिहार और पश्चिम बंगाल में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. ये भूकंप मंगलवार सुबह 6 बजकर 35 मिनट पर महसूस किया गया. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 7.1 थी.

वहीं, भूकंप का केंद्र नेपाल के लोबुचे में था. जो जमीन से 10 किलोमीटर नीचे बताया जा रहा है. सुबह–सुबह आए इस भूकंप का असर नेपाल, भूटान सहित भारत के सिक्किम, उत्तराखंड में भी देखा गया. हालांकि, भारत में भूकंप से अभी तक किसी भी तरह की हानि की खबर सामने नहीं आई है.

चीन में 53 लोगों की मौत

चीन में आए इस भूकंप को लेकर वहां की सरकारी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस भूकंप से चीन में 53 लोगों की मौत हो गई. हताहतों के बारे में अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है.

संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, नेपाल के लोबुचे से 93 किमी उत्तर पूर्व में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. सुबह ​​06:35:16 IST पर महसूस किए गए. नेपाल में आए इस भूकंप का असर भारत के कई राज्यों में देखने को मिला है.

नेपाल में पिछले 7 दिन में 3 बार भूकंप आ चुका है. 3 जनवरी 2025 को भी नेपाल में भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता 4.4 मापी गई थी. कर्णाली प्रांत के मुगु जिले में भूकंप के झटके लगे थे. इससे ठीक एक दिन पहले यानी 2 जनवरी 2025 को नेपाल में भी 4.8 की तीव्रता का भूकंप आया था, जिसके झटके सिंधुपालचौक जिले में लगे थे.

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क्यों आता है भूकंप?

धरती की सतह मुख्य तौर पर 7 बड़ी और कई छोटी-छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी है. ये प्लेट्स लगातार तैरती रहती हैं और कई बार आपस में टकरा जाती हैं. वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है. बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं और जब दबाव ज्यादा बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं. ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्‍ता खोजती हैं और इस डिस्‍टर्बेंस के बाद ही भूकंप आता है.

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