Noida Porn Racket: मॉडल्स को हायर कर बनाते थे पॉर्न वीडियो, ED की छापेमारी में ऐसे पकड़े गए पति-पत्नी
प्रतीकात्मक तस्वीरें
Noida Porn Racket: नोएडा में शुक्रवार को एक सनसनीख़ेज़ मामले का पर्दाफाश हुआ. प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी में पोर्न इंडस्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है. सेक्टर 105 में एक पति-पत्नी अपने फ्लैट में एडल्ट वेबकैम स्टूडियो (Adult Webcam Studio) चला रहे थे.
ईडी की छापेमारी में उज्ज्वल किशोर और उसकी पत्नी नीलू श्रीवास्तव मुख्य आरोपी के रूप में सामने आए हैं. ED की यह कार्रवाई विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के तहत शुरू हुई थी, जो अवैध विदेशी फंडिंग की जांच से जुड़ी थी. जांच में पता चला कि यह दंपती साइप्रस की कंपनी टेक्नियस लिमिटेड के लिए काम कर रहा था, जो Xhamster और Stripchat जैसी पोर्न वेबसाइट्स का संचालन करती है.
3 मॉडल्स को भी ईडी ने दबोचा
जानकारी के मुताबिक, ED की टीम ने 28 मार्च की शाम को छापेमारी की, जिसमें स्टूडियो में मौजूद तीन मॉडल्स को पकड़ा गया और उनके बयान दर्ज किए गए. जांच में खुलासा हुआ कि दंपती ने अपनी कंपनी ‘सबडिजी वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड’ के जरिए 15.66 करोड़ रुपये की अवैध विदेशी फंडिंग हासिल की थी. यह राशि विज्ञापन और मार्केट रिसर्च के नाम पर ली गई थी. हालांकि, इस रक़म का इस्तेमाल अश्लील सामग्री तैयार करने में किया जा रहा था. कमाई का 75% हिस्सा दंपति अपने पास रखता था, जबकि 25% मॉडल्स को दिए जाते थे. छापेमारी के दौरान 8 लाख रुपये नकद भी बरामद किए गए हैं.
रूस में एक पोर्नोग्राफी सिंडिकेट से जुड़ा है आरोपी!
मामले के आरोपी उज्ज्वल किशोर और नीलू श्रीवास्तव ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है. लेकिन सूत्रों के मुताबिक, उज्ज्वल पहले रूस में एक पोर्नोग्राफी सिंडिकेट से जुड़ा था और पिछले पांच साल से भारत में यह रैकेट चला रहा था. ED ने दंपती के बैंक खातों और लेन-देन की जांच शुरू कर दी है, जिसमें और भी चौंकाने वाले खुलासे होने की बात कही जा रही है.
गौरतलब है कि यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध फंडिंग से जुड़ा होने के कारण गंभीर माना जा रहा है. ED ने मॉडल्स से पूछताछ के बाद संकेत दिए हैं कि यह नेटवर्क दिल्ली-एनसीआर तक फैला हो सकता है. फिलहाल, कानूनी कार्रवाई जारी है और आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. स्थानीय पुलिस भी इस मामले में सहयोग कर रही है. इस घटना ने नोएडा में अवैध गतिविधियों पर सवाल खड़े किए हैं.