Farmer Protest: ‘बैठक में हमारे नेता बैठे रहे, किसान उठकर गए, हमने कहा चर्चा होनी चाहिए लेकिन वो नहीं रूके’- बोले केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर
Farmer Protest: किसानों के विरोध के मद्देनजर सिंघु बॉर्डर पर भारी संख्या में फोर्स तैनात की गई है. इसके अलावा चिल्ला बॉर्डर, शंभू बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर पर भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. दूसरी ओर किसानों ने फिर बुधवार को ‘दिल्ली चलो’ अभियान को तेज करने की चेतावनी है. वहीं दिल्ली में इस आंदोलन को देखते हुए कड़े सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी है.
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘मोदी सरकार पहले दिन से ही किसानों के हित में है. कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की शुरूआत की गई. जब-जब उन्होंने चर्चा करना चाहा तब-तब उन्होंने चर्चा की. हम किसानों के हित के लिए बहुत सारी योजनाएं भी लेकर आए हैं. जब मांग उठी तो हमने कई घंटों तक किसानों के साथ बैठकर बातचीत की. कल भी हमलोग देर रात तक बैठे रहे. हमारी सरकार के नेता वहां बैठे थे. किसान नेता जब उठकर गए तो हमने उनसे कहा कि आगे और चर्चा करनी चाहिए. लेकिन वो रूके नहीं.’
VIDEO | Here’s what Union Minister Anurag Thakur (@ianuragthakur) said on the ongoing farmers’ protest ‘Delhi Chalo’ in the national capital.
“The Modi government has been in favour of farmers right from day one. We brought many schemes for them. The talks are failing because… pic.twitter.com/i9Blh42BKk
— Press Trust of India (@PTI_News) February 13, 2024
बहुत सारी मांगें हमने मान लीं- केंद्रीय मंत्री
अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘मैं आज भी कहता हूं कि आइए बातचीत करें और समस्या का हल निकालें. लंबा वक्त इस वजह से लग रहा है क्योंकि अलग-अलग मांगे जुड़ती जा रही है. बहुत सारी मांगें हमने मान ली हैं. उनकी बात भी मान ली लेकिन आप कहोगे कि डब्ल्यूटीओ से भारत हट जाए और एफटीए को रद्द कर दिया जाए या स्मार्ट मिटर नहीं लगाए जाएं. इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल से किसानों को बाहर रखा जाए या फिर पराली को जलवायू वाले क्षेत्र में ना जोड़ा जाए, ऐसी अनेक चीजें इसमें आती हैं.’
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वहीं पूर्व CM और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने कहा, “जब छत्तीसगढ़ में 3100 रुपए की कीमत दी जा सकती है तो देश के किसानों को MSP की गारंटी क्यों नहीं मिलनी चाहिए? इसके लिए आंदोलन की जरूरत क्यों पड़ रही है? यदि किसान आंदोलन कर रहे हैं तो इसका पूरा समर्थन हम करेंगे. देश के किसानों को धान की कीमत 3100 मिलनी चाहिए. कल राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने घोषणा की है कि और भी बाकी सभी उत्पादों की हम MSP पर खरीदी करेंगे.”