Paytm Crisis पर वित्त मंत्री ने कुछ भी बोलने से किया इनकार, अब यूजर्स पर क्या पड़ेगा असर?
Paytm Crisis: हाल के दिनों में पेटीएम के हालात बिगड़ते ही जा रहे हैं. बीते बुधवार को आरबीई की बड़ी कार्रवाई के बाद से पेटीएम पेमेंट्स बैंक यूजर्स भी बेहद परेशान और असमंजस की स्थिति में नजर आ रहे हैं. इसके साथ ही दो दिनों में पेटीएम के शेयर भी 40 फीसदी तक गिर गए हैं. वहीं पेटीएम पेमेंट्स बैंक को लेकर चल रहे हालिया संकट पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.
मैं किसी भी विशेष कंपनी पर टिप्पणी नहीं करना चाहूंगी- वित्त मंत्री
बिजनेस टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक हाल में वित्त मंत्री सीतारमण ने नेटवर्क-18 को दिए एक इंटरव्यू में पेटीएम पेमेंट्स बैंक के सवाल पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया. एक प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि मैं किसी भी विशेष कंपनी पर टिप्पणी नहीं करना चाहूंगी. वहीं उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार फिनटेक के साथ काम करने को लेकर उत्सुक हैं और सरकार इस क्षेत्र में अधिक से अधिक शेयरधारकों के साथ जुड़ना चाहेगी.
वॉलेट से लेकर फास्टैग नहीं कर पाएंगे रिचार्ज
बताते चलें कि एक ऑडिट रिपोर्ट सामने आने के बाद पेटीएम की बैंकिंग सर्विस की ओर से गैर अनुपालन और मैटेरियल सुपरवाइजरी चिंताएं सामने आई थी. इसे लेकर भारतीय रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए पेटीएम की सर्विसेज पर बैन लगा दिया था. इस कार्रवाई के तहत 29 फरवरी के बाद से पेटीएम की बैंकिंग सर्विसेज क्लोज हो जाएंगी. इसके साथ ही पेटीएम यूजर वॉलेट से लेकर फास्टैग और अन्य बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करने में सक्षम नहीं होंगे.
पेटीएम यूपीआई यूजर्स पर भी पड़ेगा असर!
हालांकि, आरबीआई की कार्रवाई के बाद पेटीएम यूजर्स पर खास असर नहीं पड़ने वाला है. वहीं 29 फरवरी के बाद भी यूजर वॉलेट में जमा पैसे से लेन-देन कर सकेंगे, लेकिन वॉलेट कोई भी नई राशि जमा नहीं कर पाएंगे. इसके साथ सामान्य दिनों की तरह ही यूपीआई का उपयोग किया जा सकेगा, लेकिन यूजर टॉपअप, गिफ्ट कार्ड और फास्टैग को रिचार्ज कर पाने से वंचित हो जाएंगे.
पेटीएम के साथ आई विदेशी कंपनी
विदेशी फाइनेंशियल सर्विस कंपनी मॉर्गन स्टेनली संकट की घड़ी में पेटीएम का सहारा बनी है. कंपनी ने शुक्रवार को ओपन मार्केट से पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के 244 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं. मिली जानकारी के अनुसार विदेशी कंपनी ने इसके करीब 50 लाख शेयर को खरीदा है, जो पेटीएम में 0.8 फीसदी की हिस्सेदारी रखता है. इससे पेटीएम को कुछ फायदा हो सकता है.