Winter Session: हंगामे की भेंट चढ़ा शीतकालीन सत्र का पहला दिन, धनखड़-खड़गे के बीच बहस, उठा गौतम अडानी का मुद्दा

Winter Session: दोनों सदन के शीतकलीन सत्र की कार्यवाही 11 बजे से शुरू हुई. लेकिन कार्यवाही शुरू होते ही दोनों सदनों को 27 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया. सत्र के पहले दिन सभापति जगदीप धनखड़ और LoP मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच बहस हो गई.
Chairman Jagdeep Dhankhar and LoP Mallikarjun Kharge

Chairman Jagdeep Dhankhar and LoP Mallikarjun Kharge

Winter Session: सोमवार को शीतकलीन सत्र की शुरुआत हुई. दोनों संसद की कार्यवाही 11 बजे से शुरू हुई., लेकिन कार्यवाही शुरू होते ही दोनों सदनों को 27 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया. शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ और लीडर ऑफ अपोजिशन (LoP) मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच बहस हो गई.

दोनों के बहस के बीच धनखड़ ने राज्यसभा की कार्यवाही को 27 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दिया. इसके साथ ही लोकसभा की कार्यवाही को भी पहले एक घंटे के लिए स्थगित किया गया, लेकिन बाद में इसे भी कल (27 नवंबर) तक के लिए स्थगित कर दिया गया. लोकसभा के सत्र शुरूआत होते ही विपक्ष ने गौतम अडानी का मुद्दा सदन में उठाया. जिसके बाद क्या था, हंगाम शुरू हो गया. हंगामा को देखते ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही को पहले 12 बजे तक के लिए स्थगित किया, फिर बाद में इसे कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया.

धनखड़ और खड़गे में बहस

राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच बहस के बाद सदन को 27 तारीख तक के लिए स्थगित कर दिया गया. जगदीप धनखड़ ने खड़गे से कहा कि, हमारे संविधान को 75 साल पूरे हो रहे हैं. उम्मीद है आप इसकी मर्यादा रखेंगे.

धनखड़ के इस बात पर जवाब देते हुए खड़गे ने कहा- इन 75 सालों में मेरा योगदान भी 54 साल का है. तो आप मुझे मत सिखाइए. इसके बाद धनखड़ ने कहा कि, मैं आपको इतना सम्मान देता हूं और आप ऐसा बोल रहे हैं. मुझे दुख पहुंचा है. इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही 27 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई.

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इन मुद्दों पर विपक्ष करने वाली थी हंगामा

इस बार शीतकालीन सत्र में गौतम अडानी, मणिपुर हिंसा और ट्रेन दुर्घटनाओं के साथ ही रविवार को उत्तर प्रदेश के संभल हिंसा पर चर्चा होने की उम्मीद थी. राहुल गांधी ने गौतम अडानी के मामले पर JPC की मांग रखी है.

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