वकील से लेकर MBA डिग्री धारी तक…पीएम मोदी के नए मंत्रिमंडल में पढ़े-लिखों की कमी नहीं

पीएम मोदी की नई कैबिनेट में इस बार सदस्यों के बीच शैक्षिक और व्यावसायिक पृष्ठभूमि का एक विविध मिश्रण देखने को मिलता है. नई मंत्रिपरिषद में वकीलों से लेकर एमबीए डिग्री धारकों की कमी नहीं है.
Modi 3.0 Cabinet

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Modi 3.0 Cabinet ke Mantriyon ki Education Kya Hai:  वाराणसी से तीसरी बार सांसद बने नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले ली है. पीएम के साथ न्यू कैबिनेट मिनिस्टर्स ने भी मंत्री पद की शपथ ली है. अब नई सरकार के मंत्री कितने पढ़े लिखे हैं, ये जानना भी आवश्यक हो गया है. आइये यहां विस्तार से जानते हैं.

वकील और एमबीए की डिग्री वाले मंत्री

पीएम मोदी की नई कैबिनेट में इस बार सदस्यों के बीच शैक्षिक और व्यावसायिक पृष्ठभूमि का एक विविध मिश्रण देखने को मिलता है. नई मंत्रिपरिषद में वकीलों से लेकर एमबीए डिग्री धारकों की कमी नहीं है. मौजूदा कैबिनेट में छह मंत्रियों के पास कानून की डिग्री है. इनमें नितिन गडकरी, जे पी नड्डा, पीयूष गोयल, सर्बानंद सोनोवाल, भूपेंद्र यादव और किरेन रिजिजू जैसे प्रमुख व्यक्ति शामिल हैं.

इसके अलावा, कैबिनेट में तीन एमबीए डिग्री धारक और दस स्नातकोत्तर हैं. प्रधानमंत्री मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अपनी मास्टर डिग्री के लिए जाने जाते हैं. स्नातकोत्तर मंत्रियों में राजनाथ सिंह, शिवराज सिंह चौहान, निर्मला सीतारमण, एस जयशंकर, धर्मेंद्र प्रधान, डॉ. वीरेंद्र कुमार, मनसुख मांडविया, हरदीप सिंह पुरी, अन्नपूर्णा देवी और गजेंद्र सिंह शेखावत शामिल हैं. इसके अलावा मनोहर लाल, एच डी कुमारस्वामी, जीतन राम मांझी, राजीव रंजन उर्फ ​​ललन सिंह, प्रहलाद जोशी और गिरिराज सिंह परिषद में छह स्नातक शामिल हैं.

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नए चेहरों पर जोर

मोदी के नए मंत्रिमंडल में युवाओं पर जोर दिया गया है. जबकि भाजपा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार में भागीदारों के योगदान को स्वीकार किया गया है. मंत्रिमंडल में शामिल 33 नए चेहरों में छह जाने-माने राजनीतिक परिवारों से हैं और 6 पूर्व मुख्यमंत्री हैं: मध्य प्रदेश से शिवराज सिंह चौहान, हरियाणा से मनोहर लाल खट्टर और कर्नाटक से एच डी कुमारस्वामी. इस सूची में एक दिलचस्प नाम सुरेश गोपी का भी है, जो अभिनेता से राजनेता बने हैं और जिन्होंने केरल से भाजपा के पहले लोकसभा सांसद बनकर इतिहास रच दिया. मोदी के मंत्रिमंडल में कुल 72 सदस्य हैं, जबकि अधिकतम 81 सदस्य हो सकते हैं.

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