500 के नकली नोट छापने वाले गिरोह का भंडाफोड़, 8 राज्यों में फैला नेटवर्क, मास्टरमाइंड हैदराबाद जेल में बंद

Gujarat: गुजरात के दाहोद में पुलिस ने नकली नोट छापने वाले गिरोह को पकड़ा है. पुलिस ने इस मामले में गुरुवार, 10 अप्रैल को पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया गया.
Fake Note

गुजरात में छापे जा रहे थे 500 के नकली नोट

Gujarat: गुजरात में नकली नोट छापने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. गुजरात के दाहोद में पुलिस ने नकली नोट छापने वाले गिरोह को पकड़ा है. पुलिस ने इस मामले में गुरुवार, 10 अप्रैल को पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया गया. ये मामला आरोपी हुसैन पीरा से जुड़ा है. जिसे दिसंबर 2024 में तेलंगाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था. हुसैन पूरे देश में नकली नोटों का जाल फैला रहा था.

छापेमारी में मिले नकली नोट की कॉपी

बता दें कि पुलिस ने यह कार्रवाई राजस्थान के बांसवाड़ा में सामने आए नकली करंसी केस से जुड़े नंबरों की ट्रेसिंग के बाद की गई. पुलिस को संदेहास्पद नंबरों में से एक नंबर कांजी गरासिया नाम के व्यक्ति का निकला, जो लिमडिया गांव के मांडली फलिया का रहने वाला है. इस मामले पर पुलिस का कहना है कि कांजी गरासिया के घर पर छापेमारी में पुलिस को 143 ऐसे कागज मिले, जिन पर 500 रुपये के असली नोटों की तरह हरे रंग की पट्टी छपी थी. इसके अलावा 332 जेरॉक्स किए गए कागज और 42 नोटों के साथ छपे हुए कागज के 14 टुकड़े भी बरामद हुए.

पुलिस ने कांजी और उसकी पत्नी अश्विनाबेन को मौके से गिरफ्तार किया और कोर्ट में पेश कर सात दिन की रिमांड हासिल की.

पुलिस रिमांड में आरोपी

इस के साथ ही दाहोद पुलिस को छापे के दौरान 500 रुपये के नकली नोटों वाले 14 पन्ने, खाली नोट छापने वाला पेपर और प्रिंटर, लैपटॉप और दूसरे उपकरण भी मिले थे. पुलिस ने हुसैन के साथी कांजी और उसकी पत्नी को पकड़कर कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने सात दिन की रिमांड दी ताकि पुलिस और पूछताछ कर सके.

दाहोद पुलिस अधीक्षक डॉ. राजदीप सिंह झाला ने बताया कि टेक्निकल एनालिसिस के जरिए इस गिरोह की पहचान की गई. हुसैन पीरा ट्राइबल इलाकों में रहने वाले युवकों को टारगेट करता है और उन्हें हैदराबाद बुलाकर ट्रेनिंग देता है. यह गिरोह पीडीएफ फॉर्मेट में नकली नोट भेजता है और रिमोट एक्सेस से प्रिंटिंग में मदद करता है.

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पुलिस ने तीन और लोगों मुकेश कामोल (छलोर गांव से), राकेश परगी (वांगड़ गांव से) और हरीशचंद्र उर्फ विष्णु पंचाल (पेठापुर, झालोद से) को पकड़ा है. ये लोग नकली नोट छापने और बेचने में शामिल थे. हुसैन पीरा का नेटवर्क गुजरात, राजस्थान, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, केरल, उत्तराखंड और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में फैला हुआ है.

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