Gyanvapi Case: काशी, मथुरा और अयोध्या का जिक्र कर सीएम योगी ने की अपील, कहा- ‘हमने तो केवल तीन जगह मांगी’
Gyanvapi Case: वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद के मामले पर बयानबाजी तेज होते जा रही है. इसी बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी प्रतिक्रिया दी है. बुधवार को मुख्यमंत्री विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के पक्ष में बोल रहे थे. इस दौरान उन्होंने मुस्लिम समाज से अपील करते हुए अयोध्या, काशी और मथुरा पर अपनी बात रखी है. उन्होंने इस अपील के दौरान महाभारत और श्रीकृष्ण का जिक्र किया.
सीएम योगी ने कहा, ‘अयोध्या एक सुनियोजित तिरसकार झेलती रही है. लोक आस्था और जनभावनाओं के साथ ऐसा खिलवाड़ संभव है कि दूसरे जगह देखने को नहीं मिला होगा. अयोध्या के साथ अन्याय हुआ. जब मैं न्याय की बात करता हूं तो हमें 5 हजार साल पुरानी बात भी याद आने लगती है. उस समय पांडवों के साथ भी अन्याय हुआ था. उस समय कृष्ण कौरवों के पास गए थे. तब उन्होंने भी कहा था.’
हमने तो केवल तीन जगह मांगी…
श्री अयोध्या धाम का उत्सव लोगों ने देखा…
नंदी बाबा ने भी कहा कि हम काहे इंतजार करें…
हमारे कृष्ण कन्हैया कहां मानने वाले हैं… pic.twitter.com/yzqFAcicuP
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 7, 2024
भगवान ने केवल पांच गांव मांगे थे
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, ‘कृष्ण ने कहा था कि केवल पांच गांव दे दो. इसके अलावा पुरी जगह तुम रख लो. हम खुशी के हाथ उतने में ही रह लेंगे. लेकिन दुर्योधन ने भगवान श्रीकृष्ण को बंधक बनाने की कोशिश की, जो कि संभव नहीं था उसे ही वो करने की कोशिश कर रहा था. यही तो हुआ था अयोध्या के साथ भी. यही हुआ काशी के साथ और यही हुआ था मथुरा के साथ. उस समय भी तो केवल पांच गांव मांगे गए थे.’
उन्होंने आगे कहा, ‘उन्होंने महाभारत को टालने की कोशिश की. लेकिन यहां तो केवल ये समाज सौकड़ों वर्षों से यहां की आस्था के लिए केवल तीन के लिए बात कर रहा है. वो तीन के लिए भी इस लिए क्योंकि वो विशिष्ठ स्थल हैं. वो सामान्य स्थल नहीं हैं. ईश्वर के अवतरण की धरती है वो असामान्य नहीं है. उसको एक सामान्य स्तर पर नहीं मांग सकते हैं लेकिन एक जिद है. स्वतंत्र भारत में ये काम पहले पहल होना चाहिए था.’